रायपुर। छत्तीसगढ़ में 7 दिसंबर तक 18 लाख 75 हजार मीटरिक टन धान की आवक हो चुकी है। यह जानकारी मंत्रालय में मुख्य सचिव अजय सिंह की अध्यक्षता में हुई वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से सभी संभागीय कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों की बैठक में सामने आई। उन्होंने बैठक में अधिकारियों से वर्तमान खरीफ विपणन वर्ष 2018-19 में प्रदेश में चल रही धान खरीदी की प्रगति और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रगति की जानकारी ली।
मुख्य सचिव ने सभी अधिकारियों को धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों के लिए बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था और अन्य जरूरी सहुलियतें बनाएं रखने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बैठक में बताया कि राज्य की प्राथमिक कृषि साख-सहकारी समितियों के उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी का विशेष अभियान एक नवंबर से शुरू हुआ है। इस अभियान के तहत इन समितियों के एक हजार 995 उपार्जन केन्द्रों में आज (7 दिसंबर) तक 18 लाख 75 हजार मीटरिक टन धान की आवक हो चुकी है। इस खरीफ विपणन वर्ष में प्रदेश के इन उपार्जन केंद्र में 75 लाख मीटरिक टन की आवक होने का अनुमान है। धान खरीदी केंद्र सरकार के द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार की जा रही है। मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल कटाई प्रयोगों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
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बैठक में मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को धान संग्रहण केंद्रों से धान का तेजी से उठाव सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सभी कलेक्टरों को कस्टम मिलिंग और धान के उठाव में तेजी लाने राईस मिलरों की बैठक लेने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल कटाई प्रयोग की प्रगति के बारे में सभी कलेक्टरों से जिलेवार जानकारी ली। बैठक में खाद्य विभाग की प्रमुख सचिव ऋचा शर्मा, राजस्व विभाग के सचिव एनके खाखा और मार्कफेड के प्रबंध संचालक अन्बलगन पी. और अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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