सरकारी क्षेत्र के 21 बैंकों के साथ धोखाधड़ी से 25,775 करोड़ रुपए का नुकसान | Bank Fraud :

सरकारी क्षेत्र के 21 बैंकों के साथ धोखाधड़ी से 25,775 करोड़ रुपए का नुकसान

सरकारी क्षेत्र के 21 बैंकों के साथ धोखाधड़ी से 25,775 करोड़ रुपए का नुकसान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:36 PM IST, Published Date : May 28, 2018/9:23 am IST

रायपुर। वित्तीय वर्ष 2017-2018 सरकारी क्षेत्र के 21 बैंकों के लिए मुश्किल गुजरा। इसके पीछे देश के बैंकिंग क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हुआ फर्जीवाड़ा ही कारण रहा। आरटीआई से मिली जानकारी से सामने आया है कि कि गुजरे वित्तीय वर्ष में धोखाधड़ी के अलग-अलग मामलों के कारण बैंकों को कुल करीब 25,775 करोड़ रुप का नुकसान झेलना पड़ा

आरटीआई के तहत यह जानकारी मध्यप्रदेश के नीमच के रहने वाले चंद्रशेखर गौड़ को मिली है। आरटीआई के तहत दिए जवाब से जाहिर होता है कि वित्तीय वर्ष 2017-18 में धोखाधड़ी के मामलों से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को सबसे ज्यादा 6461.13 करोड़ रुप का नुकसान हुआ

यह भी पढ़ें : मध्यप्रदेश में 60 लाख फर्जी वोटर! कांग्रेसी चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत

मिली जानकारी के मुताबिक 31 मार्च को खत्म हुए इकनोमिक ईयर में देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को धोखाधड़ी के मामलों के चलते 2390.75 करोड़ रुपए की हानि हुई। वहीं बैंक ऑफ इंडिया को 2224.86 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा को 1928.25 करोड़ रुपए, इलाहाबाद बैंक को 1520.37 करोड़ रुपए, आंध्रा बैंक को 1303.30 करोड़ रुपए, यूको बैंक को 1224.64 करोड़ रुपए, आईडीबीआई बैंक को 1116.53 करोड़ रुपए, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 1095.84 करोड़ रुपए, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 1084.50 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ महाराष्ट्र को 1029.23 करोड़ रुप और इंडियन ओवरसीज बैंक को 1015.79 करोड़ रुपए की हानि हुई।

इसमें धोखाधड़ी के केवल ऐसे मामले शामिल हैं, जिनमें हर एक मामले में बैंकों को एक लाख रुप से नुकसान हुआ। जवाब में यह नहीं बताया गया है कि बीते वित्तीय वर्ष में धोखाधड़ी के कुल कितने मामले सामने आए और ये किस तरह के थे।

यह भी पढ़ें : नक्सलियों ने किया 6 ग्रामीणों का अपहरण, एक अभी भी कब्जे में

 

जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2017-18 में बैंकिग धोखाधड़ी के विभिन्न प्रकरणों के चलते कॉर्पोरेशन बैंक को 970.89 करोड़ रुपए, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को 880.53 करोड़ रुपए, ओरिएण्टल बैंक ऑफ कॉमर्स को 650.28 करोड़ रुपए, सिंडिकेट बैंक को 455.05 करोड़ रुपए, कैनरा बैंक को 190.77 करोड़ रुपए, पंजाब एंड सिंध बैंक को 90.01 करोड़ रुपए, देना बैंक को 89.25 करोड़ रुपए, विजया बैंक को 28.58 करोड़ रुप और इंडियन बैंक को 24.23 करोड़ रुपए की हानि हुई।

 

वेब डेस्क, IBC24