अब आप इसे लापरवाही कहें, हादसा कहें या फिर बदकिस्मती लेकिन हम जो ख़बर आपको बताने जा रहे हैं, उसे पढ़कर दिल कांप जाएगा। 21 साल का युवक अभिषेक बुधवार की रात काम से वापस घर लौट रहा था, उसने पुलिस की बैरिकेडिंग देखी तो बैरिकेडिंग के बीच से बाइक निकालने की कोशिश की, तभी उसमें बंधा तार टूटकर उसकी गर्दन से जा लिपटा। बाइक की रफ्तार तेज़ थी, इसलिए बाइक में ब्रेक लगाने के बावजूद तार से उसका गला कट गया और अभिषेक की जान चली गई। बैरिकेडिंग की जगह पर रोशनी भी कम थी, अगर रोशनी होती तो शायद बाइक पर सवार अभिषेक को तार नज़र आ जाता और जान बच जाती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ये ख़बर दिल्ली की है, जहां नेताजी सुभाष प्लेस में हुई इस घटना से हड़कंप मचा हुआ है।
Kuch time baad yahin pe uski death ho gayi. Iss jagah pe koi bhi police wala nahi tha, sthaaniya logon ne hi uski madad ki. Yahaan pe PCR honi chahiye thi. Iske aane se 15 minute pehle bhi ek aur aadmi ko gardan pe nishaan laga tha: Sunil, Relative of the victim. pic.twitter.com/J3QACAVleY
— ANI (@ANI) February 8, 2018
हैरानी की बात ये है कि दिल्ली पुलिस ने ये बैरिकेडिंग तो कर दी, लेकिन इसके आसपास एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। मृतक के रिश्तेदार का कहना है कि अभिषेक की मौत से कुछ देर पहले ही एक और व्यक्ति की जान जाते-जाते बची थी, इसके बावजूद न तो दिल्ली पुलिस की कोई पीसीआर वैन यहां आई और न ही कोई पुलिसकर्मी ही आया। स्थानीय लोगों ने अपनी ओर से घायल अभिषेक की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे।
Delhi: Earlier visuals of the spot where a 21-year-old motorcyclist died after his neck was stuck in a wire that was tied between two barricades which were placed on the road by Police near Netaji Subhash Place. pic.twitter.com/toosbaeNwu
— ANI (@ANI) February 8, 2018
अभिषेक की मौत की ख़बर सुनते ही उसके परिवार में मातम छा गया। 21 साल के जवान बेटे को खो चुकी उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि उनके बेटे को इंसाफ मिले, इस हादसे के लिए जो जिम्मेदार हैं, उन्हें सज़ा मिले।
Karyawahi honi chahiye ki yeh hadsa kaisa hua. Jo zimeedar hain unko sazaa milni chahiye: Mother of the victim #Delhi pic.twitter.com/7d1eHxZmj6
— ANI (@ANI) February 8, 2018
इस मामले की शुरुआती जांच में ही ये सामने आ गया कि युवक की मौत दिल्ली पुलिस की लापरवाही के कारण हुई है। पुलिस बैरिकेडिंग के नियमों के तहत दो बैरिकेड के बीच तार बांधने की इजाजत नहीं होती, इसके बावजूद तार बांधा गया था। इसके अलावा, बैरिकेडिंग के आसपास किसी की तैनाती ही नहीं की गई थी तो फिर बैरिकेडिंग क्यों की गई थी, ये सवाल भी अहम है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और एसएचओ को लाइन हाजिर किया गया है।
वेब डेस्क, IBC24