रायपुर। छत्तीसगढ़ में मतदान के बाद सरकार के साथ-साथ भावी मुख्यमंत्री के लिए कयासों का दौर चल रहा है। इस बीच सूबे के कृषिमंत्री और कद्दावर भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी सीएम के लिए सामने आया है। सीएम के लिए अपने नाम की चर्चा पर बृजमोहन ने सीधे तौर पर इससे इंकार नहीं किया। उनका कहना है कि चर्चा तो होती रहती है और चर्चा में रहना भी चाहिए। लेकिन हमारे बारे में निर्णय करने का अधिकार हमें नहीं है, ये केंद्रीय नेतृत्व का निर्णय है और केंद्रीय नेतृत्व जो भी निर्णय करेगा, वो शिरोधार्य है।
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छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन के लिए मतदाताओं की राय ईवीएम में दर्ज करा दी है। वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी, लेकिन इसके पहले सरकार और मुख्यमंत्री पद की दौड़ शुरु हो गई है। कृषि मंत्री अग्रवाल ने एक सवाल कि अगर जिम्मेदारी उनके कंधों पर आती है, तो वे क्या वे संभालेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी फैसला करेगी, वो मानेंगे। इसके अलावा बृजमोहन अग्रवाल ने ये भी कहा है कि मायावती और अजीत जोगी के साथ चुनाव लड़ने का फायदा बीजेपी को मिलेगा। उन्होंने चौथी बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का दावा करते हुए कांग्रेस की ओर से स्ट्रांग रूम और EVM को लेकर उठाए गए सवालों पर कहा कि कांग्रेस अपनी हार की वजह अभी से ढूंढ रही है।