रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की कक्षा दसवीं की परीक्षा में भारी त्रुटि हुई है। त्रुटि इस कदर है कि मॉडल आंसर में भारत को अलोकतांत्रिक देश बता दिया गया। वही भारत को लोकतांत्रिक देश बताकर सही उत्तर लिखने वाले हजारों विद्यार्थियों के नंबर काट दिए गए। ऐसे ही अनेकों लापरवाही के चलते सैकड़ों छात्र फेल हो चुके है।
छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की कक्षा दसवी की परीक्षा में हुई इस गलती का खमियाजा हजारों छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल ओपन की परीक्षा के बाद मॉडल आंसर जारी किया गया। इसी के आधार पर निरीक्षकों ने सभी विषयों की उत्तर पुस्तिकों की जांच की और नंबर भी दे दिए। लेकिन आश्चर्य की बात है कि निरीक्षकों ने भारत को अलोकतांत्रित बताते हुए सभी विद्यार्थियों के नंबर काट दिए, जिन्होंने देश को लोकतांत्रित बताया था। इतना ही नहीं भारत की वर्ण व्यवस्था, गणित के प्रश्न औऱ साइंस के प्रश्नों का गलत उत्तर मॉडल आंसर में दिया गया है। इससे पीड़ित छात्र और उनके परिजन बार-बार ओपन स्कूल दफ्तर के चक्कर लगा रहे है। लेकिन अधिकारी कह रहें है कि जो हो गया है अब उस पर सुधार नहीं हो सकता।
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ओपन स्कूल की इस लापरवाही के चलते कई छात्र फेल हो गए और कईयों को सप्लीमेंट्री आई है। वहीं कई फर्स्ट डिवीजन में आने से चूक गए, जिससे वे उच्च शिक्षण संस्थानों की एंट्रेंस एग्जाम में नहीं बैठ पाए। जिसका सीधा असर इन छात्रों के भविष्य पर पड़ रहा है। ओपन स्कूल की परीक्षाओं में पुर्नमूल्यांकन भी नहीं होता, जिसके कारण भी हजारों छात्र चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे है।
वही इस पूरे मामले पर ओपन स्कूल के अधिकारी कहते है कि समय बीत चुका है। अब कुछ नहीं किया जा सकता। सचिव ने कहा कि मेरे पास शिकायत पहुंचते ही मॉडल आंसर तैयार करने वाले लोगों पर कार्रवाई चल रही है। ओपन स्कूल में पेपर और मॉडल आंसर सेट करने से लेकर मार्कशीट बनाने तक का काम भगवान भरोसे चल रहा है। जिन अधिकारी और कर्मचारियों को ओपन स्कूल का जिम्मा दिया गया है वे अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से पूरा न कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
वेब डेस्क, IBC24