दंतेवाड़ा/रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब पार्टी नेता छविंद्र कर्मा ने जिला कलेक्टर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा से नहीं, कलेक्टर से चुनाव हारे हैं। उन्होंने कहा कि कलेक्टर सौरभ कुमार ने भाजपा के एजेंट के रूप में काम किया। चुनाव के दौरान कलेक्टर पीठसीन अधिकारियों से लगातार संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि हमने इसकी शिकायत पार्टी से की है।
गौरतलब है कि चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बिलासपुर, दुर्ग, धमतरी व सुकमा कलेक्टर पर भाजपा के एजेंट होने का आरोप लगाया था। रायपुर की पूर्व महापौर किरणमयी नायक ने चुनाव आयोग से उनकी शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि इन कलेक्टर पर कांग्रेस को भरोसा नहीं। इसलिए कांग्रेस मतगणना को लेकर पुख्ता तैयारी कर रही है।
हालांकि राज्य सरकार फिलहाल करीब डेढ़ दर्जन जिलों के कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टरों के तबादले नहीं कर सकेगी, क्योंकि आचार संहिता खत्म होने के बाद भी उसे निर्वाचन आयोग से अनुमति लेकर ही तबादले करने होंगे। इसके पीछे कारण है कि ये सभी अब लोकसभा चुनाव के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण की तैयारी में जुट गए हैं। इस कार्य में तहसीलदार, नायब तहसीलदार समेत निर्वाचन कार्य में लगे 25 हजार अधिकारियों, कर्मचारियों संलग्न हैं।
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ऐसे में निर्वाचन आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश देते हुए निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों के तबादलने करने से मनाही कर दी है। सरकार को किसी कलेक्टर को बदलना भी होगा तो अब आयोग को तीन नामों का पेनल भेजना होगा। वो भी कारण बताकर। उसमें भी आयोग को जो नाम उपयुक्त लगेगा, उसे वह फाइनल करेगा।