चीन अपने OBOR ‘वन बेल्ट रोड’ के तहत नेपाल के सीमावर्ती इलाकों को सड़क और रेल नेटवर्क से जोड़ेगा. चीन अब नेपाल में निवेश के प्रस्ताव को स्वीकार कर चुका है.
बता दें कि पिछले रविवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वन बेल्ट वन रोड फोरम का उद्घाटन किया. दुनिया भर से आए 1,500 प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने वन बेल्ट वन रोड इनिशिएटिव को ‘प्रोजेक्ट ऑफ द सेंचुरी’ करार दिया. उन्होंने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय परियोजना से दुनिया भर के लोगों को फायदा होगा.
भारत ने वन बेल्ट, वन रोड पर कहा था, ‘कनेक्टिविटी की पहल अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों, बेहतर प्रशासन, कानून, पारदर्शिता और समानता पर आधारित होनी चाहिए. ऐसे प्रोजेक्टों का विकास नहीं होना चाहिए, जिनसे वैश्विक स्तर पर अनिश्चित कर्ज की समस्या में इजाफा हो.
भारत के इस बयान पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘बेल्ट एंड रोड परियोजना का वर्ष 2013 में प्रस्ताव रखा गया था. तबसे अब तक 100 देशों और कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने इस परियोजना का समर्थन किया है.
तुर्किये में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया
13 hours ago