IBC24 की चौपाल में बैरसिया की जनता ने मुखर की समस्याएं | Janta Mange Hisab:

IBC24 की चौपाल में बैरसिया की जनता ने मुखर की समस्याएं

IBC24 की चौपाल में बैरसिया की जनता ने मुखर की समस्याएं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:00 PM IST, Published Date : July 4, 2018/11:32 am IST

अब बात मध्यप्रदेश की बैरसिया विधानसभा की..सियासी समीकरण और समस्याओं से पहले एक नजर विधानसभा की प्रोफाइल पर.

भोपाल जिले में आती है विधानसभा सीट

कुल मतदाता-2 लाख 14 हजार 135

पुरुष मतदाता-1 लाख 12 हजार 740

महिला मतदाता- 1 लाख 1 हजार 390

एक नगर पालिका और करीब 130 ग्राम पंचायत विधानसभा में शामिल

वर्तमान में विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा

विष्णु खत्री हैं बीजेपी विधायक

सियासत-

चुनाव नजदीक आते ही बैरसिया में चुनावी बिसात बिछने लगी है… यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच होगा… लेकिन बसपा भी मैदान में उतरने की तैयारी में है..  

बैरसिया विधानसभा बीजेपी का गढ़ मानी जाती है..बीते तीन चुनावों से बीजेपी का कमल खिलता आ रहा है…जबकि विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद से सिर्फ दो बार ही कांग्रेस जीत का स्वाद चख पाई है…अब एक बार फिर चुनावी बिसात बिछने लगी है..इसके साथ ही विधायक की टिकट के लिए दावेदारी भी शुरु हो गई है…बीजेपी की बात करें तो वर्तमान विधायक विष्णु खत्री सबसे प्रबल दावेदार हैं..ब्रहमानंद रत्नाकर और भुजवल सिंह भी दावेदारों में शामिल हैं।

इसके अलावा किशन सूर्यवंशी, लक्ष्मीनारायण शिप्ली, मोहनी शाक्यवार, प्रियंका गोयल, बारेलाल अहिरवार और डॉ गणेशराम मेहर टिकट की दौड़ में हैं…अब बात कांग्रेस की करें तो जयश्री हरिकरण, रामभाई मेहर और प्रभुलाल अहिरवार दावेदार हैं इसके अलावा विनय मेहर और महेश रत्नाकर भी टिकट के लिए ताल ठोक रहे हैं…बीजेपी और कांग्रेस के अलावा बीएसपी भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है..बीएसपी से तोरण सिंह अहिरवार, शिवनारायण अहिरवार और अनीता अहिरवार दावेदार हैं

मुद्दे-

राजधानी भोपाल से सटी बैरसिया विधानसभा में विकास की तस्वीर धुंधली नजर आती है..बुनियादी सुविधाओं का तो अभाव है ही..उद्योगों की मांग सालों से की जाती रही है लेकिन अब तक हुआ कुछ नहीं ।

बैरसिया राजधानी की विधानसभा तो है लेकिन विकास का पैमाना एकदम राजधानी से उल्टा है…हर तरफ समस्याओं से जूझती नजर आती है जनता…स्कूली शिक्षा हो या फिर उच्च शिक्षा सबके हालत खराब हैं..स्वास्थ्य सुविधाएं भी बदहाल हैं कहने को तो अस्पताल हैं लेकिन डॉक्टरों के अभाव में मरीज राजधानी में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं..बेरोजगारी भी एक बड़ी समस्या है..उद्योग स्थापित करने की मांग सालों से की जाती रही है लेकिन हुआ कुछ नहीं…विधानसभा में विकास की तस्वीर क्या है इसका अंदाजा इस बात से लग जाता है कि आज भी लोग सड़क पानी और बिजली के लिए तरस रहे हैं ।

 

वेब डेस्क, IBC24