भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के आरोपी संजीव सक्सेना को मध्यप्रदेश कांग्रेस का महासचिव बनाया गया है। वे विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की टिकट की दौड़ में भी शामिल थे। टिकट न मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही थी, लेकिन चुनावी मैदान में उतरे नहीं थे। ऐसा माना जा रहा है कि इसी के चलते उन्हें यह पद दिया गया है।
बता दें कि संजीव सक्सेना व्यापमं घोटाले में आरोपी हैं और दो साल से जेल में बंद रह चुके हैं। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद मई 2016 में वे जेल से रिहा हुए थे। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एएम खानविलकर और न्यायाधीश संजय यादव की युगलपीठ ने सक्सेना को प्लाटून कमांडर और फूड इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले में जमानत दी थी।
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गौरतलब है कि सक्सेना पर व्यापमं घोटाले में वनरक्षक भर्ती, दुग्धसंघ भर्ती, संविदा शिक्षक वर्ग-2 भर्ती और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में पैसे लेकर भर्ती कराने के आरोप लगे हैं। सक्सेना ने 6 माह तक फरार रहने के बाद मई 2014 को भोपाल कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। चूंकि कांग्रेस व्यापमं घोटाले पर लगातार बीजेपी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरती आई है, ऐसे में व्यापमं घोटाले के ही आरोपी को प्रदेश महासचिव बनाने पर पार्टी में हंगामा हो सकता है।
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20 hours ago