भोपाल। मशहूर शायर मुनव्वर राना अपनी शायरी की किताब से अपना एक शेर हटाने जा रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर मुनव्वर राना को क्या हो गया, तो आपको बता दें कि वो किसी नाराजगी में नहीं, बल्कि खुशी में ऐसा करने जा रहे हैं और खुशी का ये मौका उन्हें दिया है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने। पूरा माजरा समझने से पहले देखिए शायर मुनव्वर राना का ये ट्वीट-
मैं अपने इस शेर को अपनी किताब से काटता हूं:
मेरी गुड़िया सी बहन पानी में गिर कर मर गई,
क्या ख़बर थी दोस्त मेरा इस क़दर गिर जाएगा।
इस विधेयक के बाद, मैं अपने इस शेर को अपनी किताब से काटता हूं:
मेरी गुड़िया सी बहन पानी में गिर कर मर गई,
क्या ख़बर थी दोस्त मेरा इस क़दर गिर जाएगा।@ChouhanShivraj https://t.co/RyhlAKKtM9— Munawwar Rana (@MunawwarRana) December 6, 2017
दरअसल, मुनव्वर राना का ये शेर महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों पर दुख जताता है। मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले दर्ज किए जाते हैं और कई वर्षों से इस स्थिति में सुधार आने की बजाय हालात बदतर ही होते गए हैं।
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दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले नंबर पर मध्य प्रदेश के लगातार बने रहने को लेकर निशाने पर आई शिवराज सिंह चौहान सरकार ने 4 दिसंबर को विधानसभा में विधेयक पारित कर 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म के दोषियों के लिए फांसी की सज़ा का प्रावधान किया है।
मध्यप्रदेश ने एक ऐतिहासिक विधेयक पारित किया, जिसमें 12 साल से कम उम्र की बेटियों के साथ दुराचार करने वालों को फांसी की सज़ा का प्रावधान किया गया है। #MP_में_बलात्कारियों_को_फांसी pic.twitter.com/shrdohF7Dj
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) December 5, 2017
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करके उम्मीद जताई कि उनके इस कदम से बेटियों के जीवन में सुरक्षा एवं सम्मान का एक नया सूर्य उदित होगा।
मध्यप्रदेश के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। आज ‘दण्ड विधि संशोधन विधेयक’ सर्वसम्मति से पारित हुआ और इससे मेरा विश्वास और बढ़ा है कि बेटियों के जीवन में सुरक्षा एवं सम्मान का एक नया सूर्य उदित होगा।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 4, 2017
शिवराज सिंह चौहान के इस कदम ने शायर मुनव्वर राना को इतना खुश कर दिया कि उन्होंने अपनी किताब से शेर हटाने का ऐलान कर दिया। आपको बता दें कि मुनव्वर राना अवार्ड वापस करने वाली हस्तियों में जब शुमार हुए थे, उस वक्त भाजपा समर्थकों ने उनकी जबर्दस्त आलोचना की थी। मुनव्वर राना ने नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद देश के बदले हालात पर नाराजगी का हवाला देते हुए अवार्ड वापसी का ऐलान किया था। इसके बाद जब वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने गए तो फिर सुर्खियों में उनका नाम आया, इसका जवाब उन्होंने बेहद शायराना अंदाज़ में दिया था कि वो मोदी की मोहब्बत के कर्जदार थे क्योंकि जब उनकी अम्मी का इंतकाल हुआ था तो पीएम मोदी ने अपने हाथों से लिखा हुआ खत उन्हें भेजा था।
वेब डेस्क, IBC24