आरबीआई ने 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी है। हालांकि ये नोट चलन में रहेंगे और इन्हें बंद करने की सरकार की कोई मंशा नहीं है। सरकार चाहती है कि छोटे नोट ज्यादा चलन में आए। आरबीआई का कहना है कि फिलहाल एटीएम पर निर्भरता कम की जाएगी वहीं दूसरे छोटे नोट चलन में आने से काले धन पर लगाम लगाने में भी मदद मिलेगी।
जितना उछालोगे कीचड़ , कमल उतना खिलेगा-मोदी
बताया जा रहा है कि करंसी नोटो की प्रिंटिंग के लिए एसपीएमसीआईएल को नियुक्त किया गया है। इस यूनिट ने 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी है। फिलहाल यहां 500 रुपए और इससे कम मूल्य के नए नोटों की छपाई हो रही है। बैंकों को भी निर्देश दिया गया है कि वे बड़े नोट कैश काउंटर से न दें। 500 और 2000 के नोट सिर्फ एटीएम से ही मिलेंगे।
बाजार में किल्लत
बड़े नोट चलन में आने के बाद बाजार में चिल्लर की भारी दिक्कत पैदा हो रही है। 500 और 2000 के छुट्टे कराने के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है। 200 रुपए और 50 रुपए के नए नोट भी बाजार में दिखाई नहीं दे रहे हैं जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.