मुंबई। राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को लेकर शिवसेना ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना है। शुक्रवार को शिवसेना ने बीजेपी से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाने और तारीख की घोषणा करने के लिए कहा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना के संपादकीय में कहा है कि, ‘सत्ता में बैठे लोगों को शिवसैनिकों पर गर्व होना चाहिए, जिन्होंने रामजन्मभूमि में बाबर राज को खत्म कर दिया’। संपादकीय में कहा गया है कि शिवसेना चुनाव के दौरान न तो भगवान राम के नाम पर वोटों की भीख मांगती है और न ही जुमलेबाजी करती है।
संपादकीय में आगे कहा गया है कि, अयोध्या में अब रामराज नहीं सुप्रीम कोर्ट का राज है। 1992 में बालासाहेब के शिवसैनिकों ने राम जन्मभूमि में बाबर राज को तबाह कर दिया था। फिर भी सत्ता में बैठे लोग उन शिवसैनिकों पर गर्व करने की बजाय उनसे डर और जलन महसूस कर रहे हैं। अयोध्या जा रहे शिवसैनिकों पर आरोप लगाने की जगह सरकार को मंदिर निर्माण के लिए तारीख बताकर संदेह खत्म करना चाहिए।
शिवसेना ने कहा, हमारे अयोध्या दौरे को लेकर खुद को हिंदुत्व समर्थक कहने वालों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? हम राजनीतिक मकसद से वहां नहीं जा रहे हैं। शिवसेना ने दावा किया कि उसने ‘चलो अयोध्या’ का नारा नहीं दिया है। पार्टी ने कहा, अयोध्या किसी की निजी जगह नहीं है। शिवसैनिक वहां भगवान राम के दर्शन करने जा रहे हैं। आगे कहा गया है कि आप राम मंदिर के निर्माण की तारीख क्यों तय नहीं कर रहे हैं? अगर मंदिर निर्माण का मु्द्दा आपके हाथ से निकल गया तो 2019 में आपकी रोजी-रोटी के अलावा कई लोगों की जुबान बंद हो जाएगी।