लखनऊ। यूपी के बुलंदशहर में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी सेना के जवान जितेंद्र मलिक (जीतू फौजी) को लेकर उत्तरप्रदेश एसटीएफ की टीम रविवार सुबह स्याना पहुंची। एसटीएफ ने जीतू से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की। एसटीएफ के अनुसार, पूछताछ के दौरान आरोपी जीतू ने माना है कि वह हिंसा के वक्त मौके पर ही मौजूद था।
हालांकि, बाद में जीतू ने मीडिया से कहा कि वह बेकसूर है और हिंसा से उसका लेना देना नहीं है। इससे पहले शनिवार देर रात सेना ने जम्मू कश्मीर के सोपोर में जीतू को एसटीएफ को सौंपा। इस मामले में आर्मी चीफ बिपिन रावत ने पुलिस को पूरा सहयोग करने की बात कही थी। वहीं एसआई की जांच रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को बुलंदशहर एसएसपी, स्याना सीओ और चिंगरावठी चौकी प्रभारी को हटा दिया गया है।
यह भी पढ़ें : नतीजों से पहले बीजेपी ने दिए संकेत, तेलंगाना में गठबंधन कर शामिल हो सकती है सरकार में
गौरतलब है कि जिले के स्याना इलाके के चिंगरावठी गांव में 3 दिसंबर को कथित गोकशी के बाद भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध और गांव के युवक सुमित की मौत हो गई थी। घटना के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें सेना का जितेंद्र नाम का जवान कट्टे के साथ दिखाई दे रहा था। आरोप है कि वह घटनास्थल पर मौजूद था, और गोली उसी ने चलाई थी। जीतू वारदात के बाद अपनी नौकरी पर जम्मू चला गया था।
खबर न्यायालय शद पवार राकांपा छह
2 hours agoखबर न्यायालय शरद पवार राकांपा पांच
2 hours agoखबर न्यायालय शरद पवार राकांपा चार
2 hours agoओडिशा: शिकारियों की गोलीबारी में दो वनकर्मी घायल
2 hours ago