छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने शिक्षाकर्मियों की हड़ताल का समर्थन किया है. संघ ने कहा है कि इस हड़ताल के चलने तक तृतीय और चतुर्थ वर्ग कर्मचारी. शिक्षाकर्मियों से जुड़े कोई शासकीय काम नहीं करेंगे.
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संघ के प्रवक्ता ने सरकार पर आरोप लगाया कि वो शिक्षाकर्मियों की हड़ताल को तोड़ने के लिए उन्हें बर्खास्त कर रही है और उनका काम दूसरे सरकारी कर्मचारियों से करवाने की तैयारी है ।
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इसे देखते हुए कर्मचारी संघ ने शिक्षाकर्मियों का काम नहीं करने का ऐलान किया है. शिक्षाकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के सदस्य सोमवार को राजधानी में रैली निकाल कर धरना स्थल तक जाएंगे.
बर्खास्तगी से बेखौफ शिक्षाकर्मी हड़ताल पर डटे
वहीं बर्खास्तगी की कार्रवाई के बाद भी शिक्षाकर्मियों के तेवर ठंडे नहीं पड़े हैं यहां तक कि बर्खास्त किए गए पांच शिक्षाकर्मियों में से दो तो रविवार को भी धरने में शामिल हुए. जिनका आंदोलनकारियों ने माला पहनाकर स्वागत किया. वहीं 719 दूसरे शिक्षाकर्मियों पर भी बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है ये वो शिक्षाकर्मी हैं जिन्हें 2012 में हड़ताल के कारण बर्खास्त कर दिया गया था.
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तब बर्खास्तगी की वापसी के लिए इन शिक्षाकर्मियों ने शपथ पत्र दिया था कि वे भविष्य में हड़ताल पर नहीं जाएंगे. अब इन शिक्षाकर्मियों को नोटिस दिया गया है अगर सोमवार को वो काम पर नहीं लौटते हैं तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही दूसरे जिलों से आए शिक्षाकर्मियों को मूल स्थान पर भेजने की तैयारी है.
वेब डेस्क, IBC24
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