वाशिंगटन। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने भारत के कई राज्यों में शोध करने के बाद ये जानकारी दी है कि देश के 16 राज्यों के भूजल में व्यापक मात्रा में यूरेनियम पाया गया है.। जो की विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा दिए गए मानकों से बहुत अधिक है।
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ज्ञात हो कि अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने भारत आ कर ये अध्ययन किया था। ज्ञात हो की भूजल अर्थात पीने के पानी में यूरेनियम की इतनी अधिक मात्रा भारतीयों के स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसान देह है। बता दें कि शोधकर्ताओं ने यह दावा उन्होंने भारत के 16 राज्यों के भूजल संकलित करने के बाद प्रस्तुत किये हैं।
इसके अलावा राजस्थान और गुजरात के 324 कुओं से मिले नए आंकड़ों का भी जिक्र किया गया है, जिसमें यूरेनियम की मात्रा डब्ल्यूएचओ द्वारा तय अस्थायी मानकों से काफी अधिक पाई गई है।
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कई अध्ययनों ने गुर्दे की पुरानी बीमारी के लिए पीने के पानी में यूरेनियम होने को जिम्मेदार माना है। ड्यूक निकोलस पर्यावरण स्कूल के भूगर्भ विज्ञान और जल गुणवत्ता के प्रोफेसर अवनर वेंगोश ने कहा कि राजस्थान में जिन कुओं का परीक्षण किया गया, उनमें से करीब एक तिहाई में यूरेनियम की मात्रा डब्ल्यूएचओ और अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के मानकों से अधिक है।ज्ञात हो कि डब्ल्यूएचओ के मानकों के मुताबिक भारत के लिए प्रति लीटर पानी में यूरेनियम की मात्रा 30 माइक्रोग्राम तय की गई है।
वेब डेस्क IBC24
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