IBC24 Chunavi Chaupal in Ujjain मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की लिहाज से साल 2023 बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस साल दोनों राज्यों में विधाससभा चुनाव होने वाला है। लिहाजा अब राजनीतिक पार्टियां इन दोनों राज्यों में चुनावी तैयारियों में लग गई। संगठन में मजबूती के साथ साथ कई फेरबदल भी हो रहे हैं। इस चुनावी साल में IBC24 एक बार फिर आपके पास पहुंच रहा है। हम अपने कार्यक्रम चुनावी चौपाल के जरिए आपसे संवाद कर आपके मुद्दों को जानेंगे। आज हमारी टीम मध्यप्रदेश के उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट पर पहुंची और लोगों से वहां की समस्याओं और विधायक के प्रदर्शन को लेकर बातचीत की।
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IBC24 Chunavi Chaupal in Ujjain बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन अपने आप में बेहद खास है। अपने अंदर धार्मिक महत्व को समेटे इस उज्जैन नगरी का प्राचीन नाम उज्जयिनी था, जो कि भारत के यशस्वी सम्राट विक्रमादित्य की राजधानी थी। यहां आपको हम यह भी बताते चले कि विक्रमादित्य के दरबार में प्रसिद्ध सन्त कालिदास भी निवास करते थे। राजनीतिक दृष्टिकोण से इस शहर को देखे तो यह शहर दो विधानसभा में समाया हुआ है। एक उत्तर विधानसभा सीट और दूसरा दक्षिण विधानसभा सीट। IBC24 का चुनावी चौपाल आज उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट पर पहुंची हुई है।
उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट पिछले तीन दशकों से भाजपा के बेहद लकी साबित हुआ। 1990 के बाद एक विधानसभा चुनाव को छोड़ दें तो यहां हर बार कमल खिला है। कांग्रेस को यहां से केवल 1998 के चुनाव में जीत मिली थी। इसके बाद से कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हुई। यहां से लगातार बीजेपी के पारस जैन जीत दर्ज करते आ रहे हैं।
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उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पारस चंद्र जैन और कांग्रेस के राजेन्द्र भारती के बीच मुकाबला था। लेकिन पारस जैन ने राजेंद्र भारती को 25724 वोटों से हराया है। वहीं कांग्रेस की बागी माया द्धिवेदी भी मैदान में थीं।
विधानसभा चुनाव-2013
भाजपा- पारसचंद्र जैन – 72,815 (58.9%)
कांग्रेस- विवेक जगदीश यादव- 47,966 (38.8%)
विधानसभा चुनाव-2008
भाजपा- पारस जैन- 49,573 (54.1%)
कांग्रेस- डॉ.बटुकशंकर जोशी- 27,661 (30.2%)
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क्षिपा नदी के किनारे लगे हमारे चुनावी चौपाल में जब हमने मुद्दों के बारे में स्थानीय लोगों से बात की तो कहा कि क्षिप्रा नदीं में गंदगी का आलम है, यहां लोग क्षिप्रा के जल का आजमन नहीं कर पा रहे हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। पिछले चुनाव के वादों पूरा होने के सवाल पर एक महिला ने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि अपने चुनावी वादें पर बिल्कुल भी खरे नहीं उतरें हैं। इलाके में अच्छा काम हो सकता था, लेकिन अब तक हो नहीं पाया।
उज्जैन के विकास को लेकर एक नागरिक ने कहा कि यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। बाबा महाकाल के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को यहां पार्किग, ट्रैफिक समेत अन्य समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। यहां ऑटो वाले और होटल संचालकों के बीच सांठगाठ है और दोनों के बीच कमीशन का खेल चलता है।
अधूरे काम को लेकर एक नागरिक ने कड़े स्वर में कहा कि विधायक जी खुद काल भैरव की सड़कों को जाकर देखें। बाहर से आने वाले लोग हमें सड़कों को लेकर कोसते हैं।