पटना, 16 अगस्त (भाषा) भाजपा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि बिहार में नवगठित महागठबंधन मंत्रिमंडल आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को संरक्षण दिया जाना तथा सामाजिक असंतुलन को दर्शाता है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि महागठबंधन मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव और कार्तिकेय सिंह जैसे विधायक मंत्री बनाये गए जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं ।
भाजपा नेता ने नये मंत्रिमंडल को पूरी तरह असंतुलित बताते हुए दावा किया कि एसमें मुस्लिम-यादव समुदाय के 13 मंत्री (33 फीसद) हैं जबकि कानू, तेली, कायस्थ, कलवार, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि नवगठित महागठबंधन सरकार में राजपूत और मैथिल ब्राह्मण मंत्रियों संख्या कम कर दी गयी तथा शेष जातियों को केवल प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व दिया गया। उनका आरोप था कि कोइरी समाज के केवल दो मंत्री बनाये गए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पिछली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने अतिपिछड़ा समाज की रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया था जबकि महागठबंधन में किसी अतिपिछड़ा को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने फेसबुक पर अपने एक पोस्ट के जरिए दावा किया कि कैबिनेट में ईबीसी की संख्या छह से घटकर केवल तीन रह गई है।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों को हाशिए पर धकेलने की साजिश रची है ।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजद-जदयू गठबंधन चाहता है कि अति पिछड़ा समाज नेतृत्व के स्तर पर न उभरे बल्कि इनका पिछलग्गू बनकर झोला. झंडा उठाते रहे।
भाषा अनवर
राजकुमार
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