लालू ने भाजपा-आरएसएस पर पिछड़े वर्गों से नफरत करने का आरोप लगाया

लालू ने भाजपा-आरएसएस पर पिछड़े वर्गों से नफरत करने का आरोप लगाया

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  • Publish Date - September 24, 2021 / 05:24 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 02:25 AM IST

पटना, 24 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) से ‘‘नफरत’’ करने का आरोप लगाया।

उन्होंने यह आरोप तब लगाया है जब एक दिन पहले केंद्र ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि पिछड़े वर्गों की जाति आधारित जनगणना ‘‘प्रशासनिक रूप से कठिन और दुष्कर’’ है और वह जनसांख्यिकी आधार पर इस सशक्त वर्ग की जनगणना प्रक्रिया के तहत गणना करने में सक्षम नहीं है।

इस साल जेल से रिहा होने के बाद दिल्ली में रह रहे प्रसाद ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर भाजपा-आरएसएस पर तीखा हमला बोला।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘जनगणना में सांप-बिच्छू, तोता-मैना, हाथी-घोड़ा, कुत्ता-बिल्ली, सुअर-सियार सहित सभी पशु पक्षी, पेड़-पौधे गिने जाएंगे लेकिन पिछड़े-अति पिछड़े वर्गों के इंसानों की गिनती नहीं होगी। वाह! भाजपा-आरएसएस को पिछड़ों से इतनी नफरत क्यों? जातीय जनगणना से सभी वर्गों का भला होगा। सबकी असलियत सामने आएगी।’’

प्रसाद ने आरएसएस-भाजपा पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के साथ ‘‘बड़ा छल’’ करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर केंद्र सरकार जनगणना फॉर्म में एक अतिरिक्त कॉलम जोड़कर देश कुल आबादी के 60 प्रतिशत से अधिक लोगों की जातीय गणना नहीं कर सकती तो ऐसी सरकार और इन वर्गों के चुने गए सांसदों व मंत्रियों पर धिक्कार है। इनका बहिष्कार हो।’’

प्रसाद और उनके चिर प्रतिद्वंद्वी एवं मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जाति जनगणना के मुद्दे पर एकमत हैं। हाल में बिहार से दस दलों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और जाति आधारित जनगणना कराए जाने की मांग की थी।

प्रसाद के बेटे और उनके उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी यादव भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।

भाषा

गोला माधव

माधव