ताड़ी प्राकृतिक उत्पाद, इसे शराब के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए : चिराग पासवान |

ताड़ी प्राकृतिक उत्पाद, इसे शराब के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए : चिराग पासवान

ताड़ी प्राकृतिक उत्पाद, इसे शराब के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जाना चाहिए : चिराग पासवान

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Modified Date: April 28, 2025 / 11:29 PM IST
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Published Date: April 28, 2025 11:29 pm IST

पटना, 28 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि ताड़ी एक ‘प्राकृतिक उत्पाद’ है और इसे शराब की श्रेणी में नहीं रखा जाना चाहिए।

बिहार में शराब प्रतिबंधित है।

पासवान विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के उस वादे पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें यादव ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) आगामी विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आती है तो ताड़ी पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया जाएगा।

पासवान ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने कई बार कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी के तौर पर मेरी पार्टी राज्य में सरकार का समर्थन कर रही है, लेकिन वह यहां शासन का हिस्सा नहीं है। मैं निश्चित रूप से मानता हूं कि ताड़ी एक प्राकृतिक उत्पाद है और इसे शराब नहीं माना जाना चाहिए।’

ताड़ी का व्यवसाय राज्य में परंपरागत रूप से पासवान समुदाय से जुड़ा रहा है।

तेजस्वी यादव ने पटना में रविवार को पासी समुदाय के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि शराबबंदी कानून ने उस समुदाय को प्रभावित किया है, जिसकी आजीविका का एकमात्र साधन ताड़ी निकालना था।

ताड़ी पर प्रतिबंध हटाने का वादा करते हुए यादव ने कहा कि पासी समुदाय पीढ़ियों से यह काम करता आ रहा है और उनके पास आजीविका कमाने के लिए कोई अन्य कौशल या कृषि भूमि नहीं है।

भाषा

राखी सुरेश

सुरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)