एसीसी बैटरी भंडारण की पीएलआई योजना के तहत रिलायंस, हुदै, महिंद्रा सहित 10 कंपनियों ने निविदाएं दीं |

एसीसी बैटरी भंडारण की पीएलआई योजना के तहत रिलायंस, हुदै, महिंद्रा सहित 10 कंपनियों ने निविदाएं दीं

एसीसी बैटरी भंडारण की पीएलआई योजना के तहत रिलायंस, हुदै, महिंद्रा सहित 10 कंपनियों ने निविदाएं दीं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:14 PM IST, Published Date : January 15, 2022/6:43 pm IST

नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज की अनुषंगी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर, हुंदै ग्लोबल मोटर्स, ओला इलेक्ट्रिक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और लार्सन एंड टूब्रो उन दस कंपनियों में शामिल हैं जिन्होंने उन्नत रासायनिक सेल (एसीसी) बैट्री के भंडारण कार्यक्रम के लिए 18,100 करोड़ रुपये की निर्माण संबंधित प्रोत्साहन (पीआईएल) योजना के तहत निविदाएं जमा की हैं।

इस योजना के लिए 130 गीगावॉट प्रति घंटा क्षमता वाली कुल दस निविदाएं मिली है। यह आवंटित की जाने वाली विनिर्माण क्षमता का दोगुना है।

अमारा राजा बैटरीज, एक्साइड इंडस्ट्रीज, राजेश एक्सपोर्ट्स, इंडिया पॉवर कॉरपोरेशन और लुकास-टीवीएस ने भी निविदाएं दी हैं।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘विश्वस्तरीय विनिर्माण के केंद्र के रूप में भारत की शानदार प्रगति में उद्योगों ने अपना भरोसा जताया है, जो प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान के अनुरूप है।’’

सरकार ने 50 गीगावॉट प्रतिघंटा की विनिर्माण क्षमता को प्राप्त करने के लिए पीएलआई योजना ‘राष्ट्रीय उन्नत रसायन सेल (एसीसी) बैटरी भंडारण कार्यक्रम’ को मंजूरी दी थी।

इस योजना के तहत विनिर्माण केंद्र की स्थापना दो वर्ष के भीतर करनी होगी। इसके बाद पांच वर्ष के अंदर प्रोत्साहन राशि का वितरण किया जाएगा।

भाषा मानसी अजय

अजय

 

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