नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) नए लोगों (फ्रेशर्स) की नियुक्ति को लेकर धारणा में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 17 प्रतिशत नियोक्ता जुलाई-दिसंबर, 2021 के दौरान फ्रेशर्स की नियुक्ति का इरादा रखते हैं।
टीमलीज एडटेक की ‘करियर परिदृश्य रिपोर्ट’ में कहा गया है कि 17 प्रतिशत कंपनियां जुलाई-दिसंबर के दौरान फ्रेशर्स की नियुक्ति करना चाहती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नए लोगों की नियुक्ति को लेकर भारत में धारणा सबसे अच्छी है। वैश्विक स्तर पर औसतन छह प्रतिशत कंपनियों ने फ्रेशर्स की नियुक्ति की मंशा जताई है। वहीं भारत में 17 प्रतिशत नियोक्ता नए लोगों की भर्ती की योजना बना रहे हैं।
जुलाई-दिसंबर की अवधि के लिए यह सर्वे 14 शहरों में 18 क्षेत्रों के बीच किया गया।
इसके अलावा सभी श्रेणियों में नए और अनुभवी दोनों प्रकार के लोगों की नियुक्ति की मंशा बढ़कर 31 प्रतिशत हो गई है।
टीमलीज एजटेक के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) शांतनु रूज ने कहा, ‘‘महामारी के बावजूद नये लोगों की नियुक्ति को लेकर धारणा में सुधार एक अच्छी बात है।’’
उन्होंने कहा कि आज कंपनियां विशेष योग्यता वाले लोगों को नौकरी देना चाहती हैं। ऐसे में युवाओं को खुद को विशेषज्ञता वाले कौशल के लिए तैयार करना चाहिए।
भाषा अजय
अजय महाबीर
महाबीर
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