पूंजीगत संपत्ति निर्माण के लिए केंद्रीय निधि के इस्तेमाल में असम अव्वल: सीतारमण

पूंजीगत संपत्ति निर्माण के लिए केंद्रीय निधि के इस्तेमाल में असम अव्वल: सीतारमण

पूंजीगत संपत्ति निर्माण के लिए केंद्रीय निधि के इस्तेमाल में असम अव्वल: सीतारमण
Modified Date: November 7, 2025 / 09:53 pm IST
Published Date: November 7, 2025 9:53 pm IST

गुवाहाटी, सात नवंबर (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि अस्पताल, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे जैसी पूंजीगत संपत्तियां बनाने के लिए विशेष केंद्रीय निधि का अधिकतम इस्तेमाल करने वाले राज्यों की सूची में असम शीर्ष पर है।

उन्होंने यहां ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा कि शहरी विकास का लोगों की आजीविका के साथ अच्छा संतुलन होना चाहिए ताकि नए निर्माण कार्यों से कोई भी प्रभावित न हो।

सीतारमण ने कहा, ”केंद्र पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता (एसएएससीआई) योजना के तहत अस्पताल, सड़क और अन्य बुनियादी ढांचे जैसी पूंजीगत संपत्तियां बनाने के लिए धन देता है। असम को भी यह मिलता है।”

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उन्होंने कहा कि यह धन राज्यों के पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने के लिए 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के रूप में दिया जाता है।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा, ”जिस तरह से असम संपत्ति निर्माण की योजना बना रहा है, वह केंद्रीय निधि का अधिकतम उपयोग कर रहा है। असम इस सूची में सबसे ऊपर है।”

उन्होंने कहा कि हालांकि सभी राज्य संपत्तियां बना रहे हैं, लेकिन असम जैसा काम कोई नहीं कर रहा है।

सीतारमण ने ब्रह्मपुत्र नदी तट पर 305 करोड़ रुपये की लागत से विकसित ‘गेटवे ऑफ गुवाहाटी’ परियोजना का उद्घाटन किया, जिसमें एक टर्मिनल और जेटी शामिल है।

उन्होंने राज्य की राजधानी में सती राधिका उद्यान में 327 करोड़ रुपये की लागत से बनी ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट परियोजना का उद्घाटन भी किया।

सीतारमण ने कहा, ”मैंने सुना है कि इस रिवरफ्रंट परियोजना की जगह एक मछली बाजार था। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने मुझे बताया कि यह अभी भी मौजूद है और लोग अभी भी मछली लेने के लिए जा सकते हैं। इसलिए, यह आजीविका और विकास का एक अच्छा मेल है।”

उन्होंने आगे कहा कि शहरी विकास जरूरी है, लेकिन लोगों को स्थानीय इलाकों से विस्थापित करके नहीं।

वित्त मंत्री ने कहा, ”हमें लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करने की जरूरत है। लोगों की आजीविका को प्रभावित किए बिना बदलाव लाना सुशासन का एक उदाहरण है। दोनों के बीच एक अच्छा संतुलन जरूरी है।”

सीतारमण दो दिवसीय दौरे पर सुबह गुवाहाटी पहुंचीं, जहां उनका राज्य के विभिन्न स्थानों पर कई परियोजनाओं का अनावरण करने का कार्यक्रम है।

सीतारमण ने कहा कि टाटा समूह का आगामी 27,000 करोड़ रुपये का सेमीकंडक्टर संयंत्र असम को विकसित भारत के इंजन की अग्रणी भूमिका में लाएगा।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण


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