मुंबई, 28 मार्च (भाषा) उद्योग जगत को बैंक ऋण फरवरी में सालाना आधार पर 8.6 प्रतिशत बढ़ा है। इसका मुख्य कारण बुनियादी ढांचा और कपड़ा जैसे क्षेत्रों द्वारा कर्ज लेने की गति में आई तेजी है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों में कहा गया है कि कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण वृद्धि फरवरी में 20.1 प्रतिशत पर मजबूत रही, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 15 प्रतिशत थी।
फरवरी के लिए विभिन्न क्षेत्रों को बैंक ऋण के आंकड़े 41 चुनिंदा वाणिज्यिक बैंकों से एकत्र किया गए हैं।
रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘उद्योग को ऋण फरवरी, 2024 में 8.6 प्रतिशत (साल-दर-साल) बढ़ा, जबकि फरवरी, 2023 में यह वृद्धि 6.8 प्रतिशत थी।’’
प्रमुख उद्योगों में, ‘खाद्य प्रसंस्करण’, ‘बुनियादी ढांचा’ और ‘कपड़ा’ क्षेत्र के ऋण में वार्षिक वृद्धि पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में फरवरी में तेज हुई, जबकि ‘बुनियादी धातु और धातु उत्पाद’ तथा ‘रसायन एवं रासायनिक उत्पादों’ क्षेत्र के ऋण में वार्षिक वृद्धि की गति धीमी हो गई।
इसके अलावा, वाहन ऋण और अन्य व्यक्तिगत ऋणों में धीमी वृद्धि के कारण फरवरी में व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि घटकर 18.1 प्रतिशत (एक साल पहले 20.6 प्रतिशत से) रह गई।
भाषा राजेश राजेश अजय
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