नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) सरकारी स्वामित्व वाले बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने मंगलवार को कहा कि उसने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र को कर्ज उपलब्धता बढा़ने के लिए एमएएस फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ समझौता किया है।
यह समझौता बैंक के 116वें स्थापना दिवस के अवसर पर हुआ है।
अनौपचारिक क्षेत्र के लिए सक्रिय एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवा) कवरेज का उपयोग करके ऋण तक पहुंच से वंचित या कम पहुंच वाले क्षेत्र में ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए रिजर्वबैंक द्वारा सह-ऋण व्यवस्था की शुरुआत की गई थी।
बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ अतनु कुमार दास ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बीओआई एमएसएमई ऋण सेवा बढ़ाने के लिए एनबीएफसी पहुंच का लाभ उठाएगा।
अपने सभी 10 राष्ट्रीय बैंकिंग समूह (एनबीजी) कार्यालयों, 59 क्षेत्रीय कार्यालयों, 5,084 घरेलू और 23 विदेशी शाखाओं और 5,323 एटीएम में स्थापना दिवस मनाते हुए, दास ने सभी अंशधारकों का आभार व्यक्त किया।
बैंक ने इस विशेष मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया और राष्ट्र और उसके नागरिकों की सेवा जारी रखने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर, बैंक ने किसानों के लिए विभिन्न नई योजनाओं का अनावरण किया और कई अन्य पहलों के साथ वृक्षारोपण, 8,718 बालिकाओं को उनकी शिक्षा सुविध देना और ग्राहक पहुंच कार्यक्रमों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना जैसी अन्य योजनाओं की पेशकश की।
भाषा राजेश
राजेश महाबीर
महाबीर
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