केंद्रीय बैंकों का दरों में तीव्र वृद्धि का कदम निकट भविष्य में नुकसानदायक होगा: एमके वेल्थ |

केंद्रीय बैंकों का दरों में तीव्र वृद्धि का कदम निकट भविष्य में नुकसानदायक होगा: एमके वेल्थ

केंद्रीय बैंकों का दरों में तीव्र वृद्धि का कदम निकट भविष्य में नुकसानदायक होगा: एमके वेल्थ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:27 PM IST, Published Date : September 28, 2022/6:15 pm IST

नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक दरों में जिस आक्रामक तरीके से वृद्धि कर रहे हैं वह निकट भविष्य में नुकसानदायक साबित होने वाला है। वित्तीय सेवा प्रदाता एमके वेल्थ मैनेजमेंट ने बुधवार को यह कहा।

कंपनी ने कहा कि भूराजनीतिक तनाव, कच्चे तेल के बढ़ते दाम और विकसित देशों में मंदी की बढ़ती आशंका कुछ प्रमुख चिंताएं हैं जो बाजारों के लिए खतरा बनी हुई हैं।

एमके वैल्थ मैनेजमेंट में अध्ययन प्रमुख जोसफ के थॉमस ने एक वेबिनार में कहा कि भारत के लिए चिंता की कोई विशेष बात नहीं है, हालांकि निर्यात की रफ्तार घटने और मुद्रा अवमूल्यन का जोखिम जरूर है।

थॉमस ने कहा, ‘‘ज्यादातर बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के लिए मुद्रास्फीति चिंता का विषय है और केंद्रीय बैंक दरों में आक्रामक तरीके से वृद्धि कर रहे हैं। इससे मुद्रास्फीतिक दबाव बढ़ सकता है जो निकट भविष्य में नुकसानदायक होगा। अगली कुछ तिमाहियों में डॉलर सूचकांक और कच्चे तेल के दामों पर नजर रखने की जरूरत है।’’

भूराजनीतिक तनाव बढ़ने से आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई, जिसकी वजह से दुनियाभर में मुद्रास्फीति आसमान छूने लगी। इससे निपटने के लिए अमेरिका और यूरोप समेत कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने हाल के दिनों में ब्याज दरों में तीव्र वृद्धि की है।

एमके वैल्थ मैनेजमेंट में निश्चित आय के प्रमुख विशाल अमरनानी ने कहा, ‘‘दरों में वृद्धि की वजह से पूंजी प्रवाह निश्चित आय और ऋण में हो रहा है। यह माना जा रहा है कि दरों में अभी और वृद्धि होगी।’’

भाषा मानसी अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)