चक्रीय अर्थव्यवस्था से डेयरी किसानों की आय पांच साल में 20 फीसदी बढ़ जाएगी: अमित शाह

चक्रीय अर्थव्यवस्था से डेयरी किसानों की आय पांच साल में 20 फीसदी बढ़ जाएगी: अमित शाह

चक्रीय अर्थव्यवस्था से डेयरी किसानों की आय पांच साल में 20 फीसदी बढ़ जाएगी: अमित शाह
Modified Date: December 6, 2025 / 03:54 pm IST
Published Date: December 6, 2025 3:54 pm IST

सणादर (गुजरात), छह दिसंबर (भाषा) केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को विश्वास जताया कि देश भर में चक्रीय अर्थव्यवस्था मॉडल के कार्यान्वयन से अगले पांच वर्षों में डेयरी किसानों की आय में 20 प्रतिशत वृद्धि होगी।

शाह ने यह बात गुजरात के वाव-थराद जिले के सणादर गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में कही, जो डेयरी के जैव-सीएनजी और उर्वरक संयंत्र के उद्घाटन और दूध पाउडर संयंत्र के शिलान्यास के अवसर पर आयोजित किया गया था। उन्होंने इस अवसर पर बनास डेयरी से जुड़े पशुपालकों को संबोधित किया।

उन्होंने डेयरी क्षेत्र में चक्रीय अर्थव्यवस्था के सफल मॉडल को विकसित करने के लिए बनास डेयरी के प्रबंधन की सराहना की। इस मॉडल में किसानों के लिए अतिरिक्त आय उत्पन्न करने के कई उपाय शामिल हैं, जैसे कि मवेशियों के गोबर को बायोगैस और जैव-उर्वरक में परिवर्तित करना।

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चक्रीय अर्थव्यवस्था में चीजों को इस्तेमाल करके फेंकने की बजाय उनकी मरम्मत, पुनर्चक्रण और पुन: उपयोग पर जोर दिया जाता है, जिससे कचरा और प्रदूषण कम होता है और संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जा सकता है।

शाह ने बताया कि बनास डेयरी के चक्रीय अर्थव्यवस्था मॉडल को समझने के लिए कई सांसद बनासकांठा आए हैं।

उन्होंने कहा, ”अब तक हमारी सहकारी डेयरियों को किसानों से दूध खरीदने और दूध उत्पादों को बेचने से होने वाली आय किसानों तक पहुंचाने में बड़ी सफलता मिली है। अब चक्रीय अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने का समय आ गया है। इसके तहत किसानों से खरीदे गए मवेशियों के गोबर से उत्पादित बायोगैस और उर्वरक बेचकर डेयरी द्वारा उत्पन्न आय में किसानों को उनका हिस्सा मिलेगा।”

मंत्री ने कहा कि पूरे देश में इस चक्रीय अर्थव्यवस्था मॉडल को लागू करने की ठोस योजना शाम को बनासकांठा में सांसदों की बैठक में सामने आएगी।

उन्होंने यह भी बताया कि जनवरी 2026 में सभी प्रमुख सहकारी डेयरियों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डेयरी द्वारा की गई पहलों को समझने के लिए बनास डेयरी का दौरा करेंगे।

शाह ने कहा, ”पनीर और दही जैसे सामान्य दूध उत्पादों के अलावा, ऐसे कई उत्पाद हैं जिनकी दुनिया भर में मांग है, लेकिन उनका उत्पादन भारत में नहीं होता। अगर हम इन उत्पादों पर ध्यान केंद्रित करें, तो डेयरी किसान अतिरिक्त आय कमा सकते हैं।”

उन्होंने कहा, ”हमारी सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए तीन और डेयरी क्षेत्र के लिए तीन सहकारी समितियां बनाई हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि चक्रीय अर्थव्यवस्था अगले पांच वर्षों में डेयरी किसानों की आय में 20 प्रतिशत की वृद्धि करेगी।”

भाषा योगेश पाण्डेय

पाण्डेय


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