कोविड: भारत का डब्ल्यूटीओ में बौद्धिक संपदा अधिकार से छूट देने, व्यापार अवरोध दूर करने का आह्वान |

कोविड: भारत का डब्ल्यूटीओ में बौद्धिक संपदा अधिकार से छूट देने, व्यापार अवरोध दूर करने का आह्वान

कोविड: भारत का डब्ल्यूटीओ में बौद्धिक संपदा अधिकार से छूट देने, व्यापार अवरोध दूर करने का आह्वान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:32 PM IST, Published Date : October 12, 2021/5:56 pm IST

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक अभियान में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) से छूट देने और नई व्यापार बाधाओं को दूर करने का आह्वान किया।

उल्ललेखनीय है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका ने अक्टूबर 2020 में कोविड-19 संक्रमण के इलाज, उसकी रोकथाम के संदर्भ में प्रौद्योगिकी के उपयोग को लेकर डब्ल्यूटीओ के सभी सदस्य देशों के लिये ट्रिप्स (व्यापार संबंधित पहलुओं पर बौद्धिक संपदा अधिकार) समझौते के कुछ प्रावधानों से छूट देने का प्रस्ताव किया था।

इस साल मई में इस संदर्भ में भारत, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया समेत 62 सह-प्रायोजकों ने संशोधित प्रस्ताव दिये।

ट्रिप्स समझौता जनवरी, 1995 में अमल में आया। यह कॉपीराइट, औद्योगिक डिजाइन, पेटेंट और अघोषित सूचना या व्यापार गोपनीयता के संरक्षण जैसे बौद्धिक संपदा पर बहुपक्षीय समझौता है।

गोयल ने इटली के नेपल्स में जी-20 व्यापार और निवेश मंत्रियों की बैठक में कहा, ‘‘महामारी को देखते हुए जरूरी है कि हम आपूर्ति पक्ष की बाधाओं के त्वरित समाधान को सुनिश्चित करके टीकों और अन्य कोविड-19 संबंधित स्वास्थ्य उत्पादों तक समान पहुंच सुनिश्चित करें। इसका एक तरीका ट्रिप्स छूट प्रस्ताव को स्वीकार करना है।’’

उन्होंने टीके को लेकर भेदभाव या कोविड पासपोर्ट जैसे नयी व्यापार बाधाओं के समाधान पर भी जोर दिया। इससे आवाजाही बाधित होती हैं और महत्वपूर्ण सेवाएं देने के लिए आवश्यक कर्मियों का आना-जाना रुकता है।’’

गोयल ने कहा,“कोविड-19 संकट ने हमें याद दिलाया है कि हम आपस में जुड़े हुए हैं। और इस तरह की अभूतपूर्व सार्वजनिक स्वास्थ्य स्थिति से निपटने के लिए एक समन्वित वैश्विक रणनीति की आवश्यकता है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि वस्तुओं की मुक्त आवाजाही के अलावा जी-20 देशों को स्वास्थ्य सेवाओं तक सबकी पहुंच सुलभ कराने और लोगों के लिये उसे सस्ता बनाने पर ध्यान देने की जरूरत है।

डब्ल्यूटीओ में मत्स्य क्षेत्र पर जारी बातचीत के बारे में गोयल ने कहा कि सुदूर समुद्री क्षेत्रों में मछली पकड़ने में लगे देशों को इस मामले में सब्सिडी बंद करनी चाहिए और खासकर अधिक मछली पकड़ने के संदर्भ में धीरे-धीरे अपनी क्षमता को कम करना चाहिए।

उन्होंने गरीब और छोटे मछुआरों की आजीविका के संरक्षण और खाद्य सुरक्षा चिंता दूर करने के साथ मत्स्य क्षेत्र को आधुनिक रूप देने के लिये इस क्षेत्र में संतुलित रुख अपनाने पर जोर दिया।

उन्होंने जी-20 सदस्य देशों से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और जलवायु परिवतर्न की चुनौतियों से निपटने के लिये वित्तपोषण की अपनी प्रतिबद्धता पूरा करने का भी आग्रह किया। विकसित देश इस मामले में अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने में काफी पीछे हैं।

जी-20 व्यापार मंत्रियों की बैठक में गोयल ने डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, ब्राजील, चीन, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंडोनेशिया, कनाडा, दक्षिण कोरिया और मेक्सिको के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।

कनाडा के मंत्री के साथ बैठक में उन्होंने नवनिर्वाचित सरकार के साथ मुक्त व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने के उपायों पर बातचीत की। उन्होंने दक्षिण कोरिया तथा यूरोपीय संघ के व्यापार मंत्रियों के साथ बैठकों में मुक्त व्यापार समझौतों की समीक्षा में तेजी लाने को कहा।

भाषा रमण अजय

अजय

 

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