नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) दिल्ली हवाई अड्डा शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का दर्जा पाने वाला देश का पहला हवाई अड्डा बन गया है। उसने यह लक्ष्य एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल के मान्यता प्राप्त कार्यक्रम के तहत हासिल किया है। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लि. (डायल) ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जीएमआर समूह के नेतृत्व वाली डायल राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का संचालन करती है।
शुरू में हवाई अड्डे ने 2030 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग, हरित हवाई अड्डे के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने सहित विभिन्न उपायों के माध्यम से लक्ष्य को समय से काफी पहले हासिल कर लिया गया है।
डायल ने कहा कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीएआई) एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) के ‘एयरपोर्ट कार्बन एक्रिडिटेशन’ कार्यक्रम के तहत शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले हवाई अड्डे का दर्जा हासिल करने वाला भारत का पहला हवाई अड्डा बन गया है।
डायल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विदेह कुमार जयपुरिया ने कहा, ‘‘2024 में पांच स्तर के शुद्ध रूप से शून्य उत्सर्जन मान्यता प्राप्त करने के साथ, हमने एक बार फिर निरंतर सुधार और पर्यावरण अनुकूल पहल के मामले में अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है।’’
भाषा रमण अजय
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