मुंबई, 18 जून (भाषा) डिजिटल ऋण देने वाली 37 सदस्य इकाइयों ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1.46 लाख करोड़ रुपये के कर्ज दिए और इसमें सालाना आधार पर 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
डिजिटल ऋण को लेकर व्यापक चिंताओं के बीच उद्योग निकाय फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (एफएसीई) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ये सभी 37 इकाइयां एफएसीई की सदस्य हैं।
एफएसीई के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में दिए गए ऋणों की संख्या 35 प्रतिशत बढ़कर 10 करोड़ से अधिक हो गई।
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने डिजिटल ऋणदाताओं के कुछ व्यवहार पर चिंता जताई है और उनके संचालन के लिए दिशानिर्देश का मसौदा भी तैयार किया है।
एफएसीई के मुख्य कार्यकारी सुगंध सक्सेना ने बयान में कहा, ‘‘डिजिटल ऋण क्षेत्र ग्राहकों पर ध्यान देते हुए अनुपालन, जोखिम प्रबंधन और टिकाऊ व्यापार मॉडल के आधार पर जिम्मेदारी से आगे बढ़ रहा है।’’
उद्योग निकाय के आंकड़ों के अनुसार, मार्च तिमाही में इन कंपनियों ने कुल 40,322 करोड़ रुपये के 2.69 करोड़ ऋण जारी किए।
निकाय ने कहा कि 70 प्रतिशत ऋण 28 कंपनियों ने जारी किया, जो गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के रूप में पंजीकृत हैं या जिनके पास अपने एनबीएफसी है।
भाषा पाण्डेय अजय
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