नयी दिल्ली , चार मार्च (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी को उम्मीद है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में निर्माणाधीन द्वारका एक्सप्रेस-वे (एनएच-248 बीबी) का निर्माण कार्य अगले साल स्वतंत्रता दिवस तक पूरा हो जाएगा।
गडकरी ने बृहस्पतिवारक देश के इस पहले शहरी एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा और निरीक्षण किया। अनुमानित 8,662 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह मार्ग 29 किलो मीटर का होगा और दिल्ली को गुरुग्राम से जोड़ेगा।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार गडकारी ने ‘आशा व्यक्त की कि अगले साल स्वतंत्रता दिवस से पहले इस एक्सप्रेस वे का कार्य पूरा हो जाएगा।’’
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह भारत में खम्भों पर बनाया जाने वाला पहला शहरी एक्सप्रेसवे होगा और दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को कम करने में बहुत मदद करेगा।’ इस परियोजना में पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगभग 12,000 पौध लगाये गये है।
उन्होंने कहा, ‘इस अनुभव का, देश भर में जगह जगह उपयोग किया जाएगा।’
उन्होंने कहा कि 8-लेन वाले इस राजमार्ग के निर्माण के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8 के दिल्ली-गुरुग्राम खंड पर 50-60 प्रतिशत दबाव कम होगा। इस पर इस समय रोज तीन लाख से अधिक यात्री कारें चलती हैं।
गडकरी ने यह भी कहा कि द्वारका एक्सप्रेस-वे परियोजना लगभग 50 हजार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।
मंत्री ने कहा कि यह परियोजना पूरी हो जाने के बाद, यह भारत के इंजीनियरिंग क्षेत्र में चमत्कारी होगी क्योंकि इसमें कई अनूठी विशेषताएं हैं। इस परियोजना में भारत में सबसे लंबी (3.6 किलोमीटर) और चौड़ी (8 लेन) वाली शहरी सड़क सुरंग होगी। परियोजना के सड़क नेटवर्क में चार स्तर भी शामिल होंगे, अर्थात्, सुरंग / अंडरपास, ग्रेड-रोड, एलिवेटेड फ्लाईओवर और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर शामिल हैं।
परियोजना में स्टील की कुल अनुमानित खपत दो लाख टन है, जो एफिल टॉवर की तुलना में 30 गुना अधिक है। कंक्रीट की कुल अनुमानित खपत 20 लाख क्यूबिक टन होगी जो बुर्ज खलीफा इमारत की छह गुना है।
भाषा
मनोहर महाबीर
महाबीर
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