चेन्नई, एक अक्टूबर (भाषा) अमेरिकी कार विनिर्माता फोर्ड की भारतीय इकाई ने चेन्नई से सटे अपने कारखाने के कर्मचारियों के साथ मुआवजा पैकेज पर बातचीत पूरी हो जाने की शनिवार को घोषणा की।
फोर्ड इंडिया ने एक साल पहले ही अपनी पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत भारतीय बाजार से अपना कारोबार समेटने का ऐलान किया था।
कंपनी ने एक बयान में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि उसके कायाकल्प अधिकारी बालसुंदरम राधाकृष्णन ने 2,592 कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन चेन्नई फोर्ड कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों को नया मुआवजा समझौता सौंप दिया है।
राधाकृष्णन ने कहा, ‘‘शुक्रवार को फोर्ड प्रबंधन और कर्मचारी संगठन के बीच मुआवजा समाधान समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह एक मील का पत्थर है और इसमें सभी पक्षों की जीत हुई है।’’
इस समझौते के तहत कंपनी 14 अक्टूबर को नौकरी से अलग होने वाले कर्मचारियों को पूर्व-निर्धारित राशि के अलावा एक महीने का सकल वेतन भी देगी।
इस तरह फोर्ड कारखाने के हरेक कर्मचारी को अब कंपनी से निकलने पर औसतन करीब 62 महीने का वेतन मिलेगा। कंपनी में नौकरी का अंतिम दिन 30 सितंबर माना जाएगा।
चेन्नई से 45 किलोमीटर दूर स्थित मरइमलाई कारखाने से आखिरी कार का उत्पादन जुलाई में हुआ था। फोर्ड ने सितंबर 2021 में गुजरात के सानंद और तमिलनाडु के मरइमलाई संयंत्रों में वाहन उत्पादन बंद करने की घोषणा की थी।
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