नगा पारंपरिक परिधान का दुरुपयोग रोकने के लिए जीआई टैग की आवश्यकता: मुख्यमंत्री |

नगा पारंपरिक परिधान का दुरुपयोग रोकने के लिए जीआई टैग की आवश्यकता: मुख्यमंत्री

नगा पारंपरिक परिधान का दुरुपयोग रोकने के लिए जीआई टैग की आवश्यकता: मुख्यमंत्री

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:03 PM IST, Published Date : May 23, 2022/9:01 pm IST

कोहिमा, 23 मई (भाषा) नगालैंड के मुख्यमंत्री नीफियू रियो ने नगा पारंपरिक परिधान के लिए ‘भौगोलिक संकेत’ (जीआई) टैग की आवश्यकता पर सोमवार को बल दिया। उन्होंने ऐसे लोगों द्वारा इसके दुरुपयोग की आशंका जताई जोकि इसके प्रतीकों और मूल भावों से भली-भांति परिचित नहीं हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नगा पारंपरिक परिधानों से इतना अधिक प्रतीकात्मक जुड़ाव होता है कि उन्हें सही ढंग से और उपयुक्त अवसरों पर पहनने को लेकर गंभीरता बरती जाती है।

उन्होंने कहा, ”हमने हाल में ऐसी कई चीजें पढ़ी और सुन रहे हैं कि फैशन शो के दौरान हमारे पारंपरिक डिजाइन का गलत तरीके से उपयोग किया गया, इसे गलत तरह से पेश किया गया। कई वाणिज्य वेबसाइट पर भी ऐसे परिधान बिक रहे हैं, यह सोचे-समझे बगैर कि लोगों का इन प्रतीकों के प्रति सम्मान का गहरा भाव है।”

रियो ने कहा कि नगा लोगों को पारंपरिक परिधान संबंधी दुरुपयोग रोकने और अपनी कीमती धरोहर को संरक्षित करने के लिए कदम उठाने चाहिए। इसके लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) और जीआई टैग जैसे कानूनी प्रावधानों का सहारा लेना चाहिए।

जीआई टैग क्षेत्र विशेष से संबंधित उत्पाद को दिया जाता है जो भौगोलिक उत्पत्ति के आधार पर उस विशेष उत्पाद की गुणवत्ता और अन्य विशेषताओं को दर्शाता है।

भाषा शफीक वैभव

वैभव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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