फ्लिपकार्ट में 35 करोड़ डॉलर में छोटी हिस्सेदारी खरीदेगी गूगल

फ्लिपकार्ट में 35 करोड़ डॉलर में छोटी हिस्सेदारी खरीदेगी गूगल

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  • Publish Date - May 24, 2024 / 09:36 PM IST,
    Updated On - May 24, 2024 / 09:36 PM IST

नयी दिल्ली, 24 मई (भाषा) दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने ताजा वित्तपोषण दौर में ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में छोटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए करीब 35 करोड़ डॉलर (करीब 2,900 करोड़ रुपये) के निवेश का प्रस्ताव रखा है। वॉलमार्ट समूह की कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों के मुताबिक, फ्लिपकार्ट वित्तपोषण के मौजूदा दौर में एक अरब डॉलर जुटा रही है और उसे अपनी मूल कंपनी एवं अमेरिकी खुदरा दिग्गज वॉलमार्ट से 60 करोड़ डॉलर की प्रतिबद्धता मिली है।

फ्लिपकार्ट ने एक बयान में कहा, ‘वॉलमार्ट की अगुवाई में होने वाले नए वित्तपोषण दौर के तहत फ्लिपकार्ट ने गूगल को अल्पांश निवेशक के तौर पर अपने साथ जोड़ने की घोषणा की। यह कदम दोनों पक्षों की तरफ से नियामकीय एवं अन्य प्रक्रियागत अनुमोदनों के अधीन होगा।’

फ्लिपकार्ट ने कहा, ‘गूगल के प्रस्तावित निवेश और उसके क्लाउड सहयोग से फ्लिपकार्ट को अपने कारोबार का विस्तार करने और देश भर में ग्राहकों को सेवा देने के लिए अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।’

हालांकि फ्लिपकार्ट ने गूगल की तरफ से निवेश की जाने वाली प्रस्तावित राशि का कोई ब्योरा नहीं दिया। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, यह आंकड़ा 35 करोड़ डॉलर का हो सकता है।

एक सूत्र ने कहा कि फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन लगभग 35 अरब अमेरिकी डॉलर होने के आधार पर मौजूदा वित्तपोषण दौर में लेनदेन की उम्मीद है।

अमेरिका स्थित वॉलमार्ट द्वारा किए गए इक्विटी लेनदेन के आधार पर 31 जनवरी, 2024 तक फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन 35 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। वॉलमार्ट ने वित्त वर्ष 2023-24 में 3.5 अरब डॉलर का भुगतान कर फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी 10 प्रतिशत बढ़ाकर लगभग 85 प्रतिशत कर दी थी।

मौजूदा वित्तपोषण दौर में निवेश प्रतिबद्धताओं के वित्तीय विवरण पर गूगल और वॉलमार्ट ने भेजे गए ईमेल का तत्काल कोई जवाब नहीं दिया जबकि फ्लिपकार्ट ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

फ्लिपकार्ट ने वित्त वर्ष 2022-23 में 4,846 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 56,012.8 करोड़ रुपये की एकीकृत शुद्ध आय दर्ज की थी जबकि उसका खर्च 60,858 करोड़ रुपये था।

भाषा प्रेम प्रेम रमण

रमण