महंगाई नरम रही तो रेपो दर भी कम होगी, 0.2 प्रतिशत महंगाई का सही स्तर नहीं: मल्होत्रा
महंगाई नरम रही तो रेपो दर भी कम होगी, 0.2 प्रतिशत महंगाई का सही स्तर नहीं: मल्होत्रा
मुंबई, पांच दिसंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को कहा कि जब तक महंगाई नरम रहती है, तब तक नीतिगत रेपो दर कम ही रहेगी।
आरबीआई ने शुक्रवार को रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 5.25 प्रतिशत कर दिया। इस फैसले की घोषणा के बाद आरबीआई मुख्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए मल्होत्रा ने उक्त बात कही।
उन्होंने यह नहीं बताया कि रेपो दर कितनी और नीचे जा सकती है, लेकिन कहा कि आरबीआई के महंगाई अनुमान नरम ही दिखा रहे हैं।
मल्होत्रा ने कहा, ”आगे चलकर हम नरम महंगाई की उम्मीद कर रहे हैं। अगर महंगाई इसी तरह रहती है तो हम उम्मीद करते हैं कि नीतिगत दरें ऊंची नहीं, बल्कि कम ही रहेंगी।”
उन्होंने कहा कि आगे आरबीआई पूरी तरह आंकड़ों पर आधारित रहेगा और अगली नीति समीक्षाओं में छह सदस्यीय दर निर्धारण समिति क्या फैसला लेगी, इसके बारे में अभी कुछ कहना अटकलबाजी होगी।
उन्होंने जब पूछा गया कि हाल में जितनी कम महंगाई (0.2 प्रतिशत) दिख रही है, क्या भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था के लिए वह सही है, तो मल्होत्रा ने कहा, ”निश्चित रूप से नहीं।”
उन्होंने कहा, ”0.2 प्रतिशत महंगाई का सही स्तर नहीं है। हमारा लक्ष्य चार प्रतिशत है। हम उसी तरह की महंगाई हासिल करने की कोशिश करते हैं।”
हालांकि गवर्नर ने यह भी सलाह दी कि इस बहुत कम महंगाई के आंकड़े को बहुत गंभीरता से न लीजिए, क्योंकि कई कारक इसे प्रभावित करते हैं और इसमें उतार-चढ़ाव या अस्थिरता आ सकती है।
उन्होंने कहा कि ऊंचा तुलनात्मक आधार (पिछले साल ऊंचे खाद्य मूल्य) के कारण महंगाई कम दिख रही है।
वृद्धि के बारे में उन्होंने कहा कि 2025-26 की पहली छमाही की तुलना में दूसरी छमाही में नरमी का अनुमान है।
भाषा पाण्डेय रमण
रमण

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