इफको को दो और नैनो तकनीक वाले उर्वरक पेश करने की मंजूरी मिली

इफको को दो और नैनो तकनीक वाले उर्वरक पेश करने की मंजूरी मिली

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  • Publish Date - May 1, 2024 / 07:33 PM IST,
    Updated On - May 1, 2024 / 07:33 PM IST

नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) नैनो लिक्विड यूरिया और नैनो लिक्विड डीएपी की पेशकश करने वाली प्रमुख उर्वरक कंपनी इफको ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार ने उसके दो नए उत्पादों नैनो लिक्विड जिंक और नैनो लिक्विड कॉपर को पेश करने की मंजूरी दे दी है।

ये दोनों उत्पाद कृषि फसलों में जस्ते और तांबे की कमी को दूर करने और उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेंगे।

‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा, ‘‘इफको के नैनो प्रौद्योगिकी-आधारित नवोन्मेषण कृषि क्षेत्र पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं। यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि इफको के नए नवाचार इफको नैनो जिंक (लिक्विड) और इफको नैनो कॉपर (लिक्विड) को भारत सरकार द्वारा तीन साल की अवधि के लिए अधिसूचित किया गया है।’’

इन दोनों उत्पादों के लिए एफसीओ (उर्वरक नियंत्रण आदेश) की मंजूरी दी गई है।

अवस्थी ने कहा, ‘‘पौधों में एंजाइम की कार्यप्रणाली के लिए जिंक एक महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व है और यह पौधों की वृद्धि और विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पौधों में जिंक की कमी वैश्विक स्तर पर प्रमुख चिंताओं में से एक है।’’

इसी तरह उन्होंने कहा कि पौधों में कई एंजाइमेटिक गतिविधियों और क्लोरोफिल और बीज उत्पादन के लिए तांबे की आवश्यकता होती है। तांबे की कमी से बीमारियों की संभावना बढ़ सकती है।

अवस्थी ने कहा, ‘‘ये नए नैनो फॉर्मूलेशन फसलों में जिंक और तांबे की कमी को दूर करने, फसल की उपज और गुणवत्ता बढ़ाने और कुपोषण की समस्या को दूर करने में मदद करेंगे।’’ उन्होंने इस उपलब्धि के लिए इफको टीम को बधाई दी।

इफको ने कुछ साल पहले नैनो-लिक्विड यूरिया पेश किया था। इसने नैनो यूरिया संयंत्र स्थापित करने के लिए कुछ अन्य कंपनियों को भी तकनीक प्रदान की है।

अगस्त, 2021 से फरवरी, 2024 तक कुल सात करोड़ नैनो यूरिया बोतलें (प्रत्येक 500 मिली की) बेची गई हैं। नैनो यूरिया की एक बोतल पारंपरिक यूरिया के एक बैग (45 किलोग्राम) के बराबर होती है।

सहकारी संस्था ने बाद में नैनो-लिक्विड डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) को बाजार में उतारा। इसने नैनो-लिक्विड यूरिया और नैनो-लिक्विड डीएपी के इस्तेमाल के लिए बहुत सारे ड्रोन भी खरीदे हैं।

इफको नैनो-यूरिया और नैनो-डीएपी का निर्यात भी कर रही है।

इसने यह नहीं बताया कि ये दोनों नए उत्पाद कब तक बाजार में बिक्री के लिए उतारे जाएंगे।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय