इफ्को किसान संचार के पहली तिमाही की पशुचारा बिक्री 30 प्रतिशत बढ़कर 49 करोड़ रुपये का हुआ |

इफ्को किसान संचार के पहली तिमाही की पशुचारा बिक्री 30 प्रतिशत बढ़कर 49 करोड़ रुपये का हुआ

इफ्को किसान संचार के पहली तिमाही की पशुचारा बिक्री 30 प्रतिशत बढ़कर 49 करोड़ रुपये का हुआ

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : July 27, 2021/4:54 pm IST

नयी दिल्ली, 27 जुलाई (भाषा) इफ्को किसान संचार ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद मजबूत मांग के बीच चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में उसकी मवेशियों के चारे की बिक्री 29.73 प्रतिशत बढ़कर 49.13 करोड़ रुपये की हो गई।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि वित्तवर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान मवेशियों के चारे की बिक्री 37.87 करोड़ रुपये की हुई थी।

इसमें कहा गया है कि मात्रा के लिहाज से मवेशी के चारे की बिक्री 28.24 फीसदी बढ़कर 24,756 टन हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 19,303 टन की हुई थी।

इफ्को किसान संचार नेशनल के बिक्री प्रमुख, गणेश दास ने कहा ने कहा, ‘‘अप्रैल-जून 2021 के दौरान कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से बाजार में कठिन परिस्थितियों के बावजूद हमें यह घोषणा करते हुए खुशी है कि हमने पहली तिमाही में अपने पशु चारा व्यवसाय में एक सराहनीय वृद्धि हासिल किया है।’’

उन्होंने कहा कि जून में कारोबार शुरू हुआ क्योंकि कोरोनोवायरस के मामले घट रहे थे और कंपनी ने अकेले उसी महीने 10,000 टन पशु चारा बेचा।

दास ने कहा कि बिक्री में वृद्धि, गुणवत्ता वाले पशु आहार के उपयोग के बारे में किसानों में जागरूकता बढ़ने के कारण हुई है।

उन्होंने यह भी कहा कि इफको किसान पशु चारा उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ निर्मित होता है और इसके परिणामस्वरूप कंपनी को देश भर में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।

वित्तवर्ष 2020-21 में अपने संचालन के पहले पूर्ण वर्ष में, कंपनी ने 160 करोड़ रुपये मूल्य का एक लाख टन पशु चारा बेचा था।

दिल्ली स्थित कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्रायोगिक आधार पर मिश्रित पशु चारा व्यवसाय में प्रवेश किया। यह इफ्को किसान के कुल कारोबार में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देता है और कंपनी के विकास का एक प्रमुख केंद्र है।

इफ्को किसान, जो वर्तमान में कई तीसरे पक्ष के निर्माताओं से पशु चारा खरीदता है, वह अपने गठजोड़ को और व्यापक बनाने की कोशिश कर रहा है और अपनी खुद की चारा निर्माण सुविधाएं स्थापित करने पर भी विचार कर रहा है।

भाषा राजेश राजेश मनोहर

मनोहर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers