मुंबई, सात सितंबर (भाषा) घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ने मंगलवार को कहा कि उसने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बैंकिंग क्षेत्र पर स्थिर दृष्टिकोण बनाए रखा है, जबकि उसे खुदरा और एमएसएमई क्षेत्रों में तनावग्रस्त संपत्तियां बढ़ने की उम्मीद है।
इंडिया रेटिंग्स का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए बैंकिंग क्षेत्र की सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (जीएनपीए) 8.6 प्रतिशत और तनावग्रस्त संपत्तियां 10.3 प्रतिशत रहेंगी।
रेटिंग एजेंसी ने मंगलवार को जारी अपने छमाही बैंकिंग परिदृश्य में कहा, ‘‘हमने वित्त वर्ष 2021-22 के बाकी हिस्सों के लिए समग्र बैंकिंग क्षेत्र पर एक स्थिर दृष्टिकोण बनाए रखा है, जिसे लगातार प्रणालीगत समर्थन मिल रहा है, जिससे कोविड-19 से जुड़े तनाव को संभालने में मदद मिली है।’’
अध्ययन के मुताबिक बैंक पूंजी जुटाकर और प्रावधान बफर को जोड़कर अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करते रहेंगे।
एजेंसी ने कहा कि निजी क्षेत्र के बड़े बैंकों पर उसका स्थिर दृष्टिकोण परिसंपत्ति और देनदारी में उनकी लगातार बढ़ती बाजार हिस्सेदारी को दर्शाता है। अधिकांश ने अपने पूंजी बफर को मजबूत किया है और अपने पोर्टफोलियो को सक्रिय रूप से प्रबंधित किया है।
अध्ययन में कहा गया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर दृष्टिकोण में सरकारी समर्थन को ध्यान में रखा गया है।
भाषा
पाण्डेय महाबीर
महाबीर
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