नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) भारत ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए रूस से भारतीय प्रतिष्ठानों की सूची को तेजी से तैयार करने और समुद्री एवं फार्मास्युटिकल उत्पादों के पंजीकरण की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करने का अनुरोध किया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, रूस में मौजूद वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि व्यापार को बढ़ाने और मजबूत करने के कई अवसर हैं और इसके लिए भरोसेमंद उपायों की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इसमें कृषि और समुद्री उत्पादों में फेडरल सर्विस फॉर वेटेरिनरी एंड फाइटोसैनिटरी सुपरविजन (एफएसवीपीएस) के साथ एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाना, और फार्मा उत्पादों के लिए समयबद्ध पंजीकरण प्रक्रिया शामिल है।
बयान में कहा गया, ‘‘इन मुद्दों में भारतीय प्रतिष्ठानों की शीघ्र सूचीबद्धता और कृषि, विशेष रूप से समुद्री उत्पादों में एफएसवीपीएस के साथ एक प्रणाली-आधारित दृष्टिकोण और फार्मास्युटिकल्स में पंजीकरण, नियामक निर्भरता और अनुमानित समयसीमा को कवर करने वाला एक समयबद्ध मार्ग शामिल है।’’
एफएसवीपीएस रूस की पशु चिकित्सा और पादप स्वच्छता पर्यवेक्षण के लिए संघीय सेवा है।
वाणिज्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि अग्रवाल और रूस के आर्थिक विकास उप मंत्री व्लादिमीर इलीचेव के बीच बैठक के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और आर्थिक सहयोग के लिए एक दूरदर्शी प्रोटोकॉल को अंतिम रूप दिया गया और उस पर हस्ताक्षर किए गए।
भाषा योगेश अजय
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