भारत का वनस्पति तेल आयात अगस्त में सात प्रतिशत बढ़कर 16.77 लाख टन पर
भारत का वनस्पति तेल आयात अगस्त में सात प्रतिशत बढ़कर 16.77 लाख टन पर
नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) उद्योग निकाय एसईए ने सोमवार को कहा कि आयात शुल्क में बदलाव के बाद रिफाइंड पामोलिन की खेप में भारी गिरावट के बावजूद, अगस्त में भारत का वनस्पति तेल आयात पिछले साल के इसी महीने की तुलना में सात प्रतिशत बढ़कर 16.77 लाख टन हो गया।
अगस्त, 2024 में कुल वनस्पति तेल आयात 15.63 लाख टन रहा था।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने कहा कि देश ने अगस्त में 16.21 लाख टन खाद्य तेल और 55,821 टन अखाद्य तेलों का आयात किया।
खाद्य तेलों में, कच्चे तेल का आयात अगस्त में बढ़कर 16.13 लाख टन हो गया, जबकि रिफाइंड पामोलिन की खेप एक साल पहले के 92,130 टन से घटकर 8,000 टन रह गई।
सरकार ने कच्चे पाम तेल (सीपीओ) और रिफाइंड पाम तेल (आरबीडी पामोलिन) के बीच आयात शुल्क अंतर को 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 19.25 प्रतिशत कर दिया है, जो 31 मई से प्रभावी है। इससे रिफाइंड तेल का आयात लाभ का सौदा नहीं रह गया है।
एसईए ने बयान में कहा, ‘‘शुल्क अंतर बढ़ाने का सरकार का फैसला एक साहसिक और समयोचित कदम है।’’
उसने कहा, ‘‘इससे रिफाइंड पामोलिन के आयात में कमी आई और मांग वापस कच्चे तेल की ओर मुड़ गई, जिससे घरेलू रिफाइनिंग क्षेत्र में नई जान आ गई।’’
अगस्त में कच्चे पाम तेल का आयात एक साल पहले के सात लाख टन से बढ़कर 9.79 लाख टन हो गया।
हालांकि, कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात 2.84 लाख टन से घटकर 2.57 लाख टन रह गया, जबकि कच्चे सोयाबीन तेल का आयात 4.54 लाख टन से घटकर 3.67 लाख टन रह गया।
भारत ने अगस्त में 6,000 टन कैनोला का आयात किया, जबकि कच्चे पाम कर्नेल तेल का आयात 2,993 टन रहा, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 4,641 टन था।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य तेल उपभोक्ता और आयातक है, के पास पिछले तीन महीनों में आयात में वृद्धि के कारण एक सितंबर तक 18.65 लाख टन का खाद्य तेल भंडार था।
इंडोनेशिया और मलेशिया भारत के प्रमुख पाम तेल आपूर्तिकर्ता हैं, जबकि अर्जेंटीना, ब्राज़ील और रूस सोयाबीन तेल की आपूर्ति करते हैं। रूस और यूक्रेन सूरजमुखी तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय

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