संपत्ति वर्गीकरण में ‘अंतर’ से आईओबी का बीते वित्त वर्ष का शुद्ध लाभ घटकर 646 करोड़ रुपये

संपत्ति वर्गीकरण में ‘अंतर’ से आईओबी का बीते वित्त वर्ष का शुद्ध लाभ घटकर 646 करोड़ रुपये

संपत्ति वर्गीकरण में ‘अंतर’ से आईओबी का बीते वित्त वर्ष का शुद्ध लाभ घटकर 646 करोड़ रुपये
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: November 16, 2021 5:41 pm IST

नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2020-21 में घटकर 646 करोड़ रुपये रह गया है। संपत्ति वर्गीकरण में अंतर और डूबे कर्ज के लिए प्रावधान की वजह से बैंक के पूर्व में घोषित मुनाफे के आंकड़े में संशोधन किया गया है।

बैंक ने सूचना दी थी कि 2020-21 में उसकी सकल गैर-निष्पादित आस्तयां (एनपीए) 16,323 करोड़ रुपये थीं। लेकिन रिजर्व बैंक का आकलन है कि यह 17,203 करोड़ रुपये हैं। इस तरह सकल एनपीए में 700 करोड़ रुपये का अंतर है।

शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि प्रावधान में कुल अंतर 185 करोड़ रुपये का बैठता है।

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ऐसे में बैंक के बीते वित्त वर्ष के शुद्ध लाभ को घटाकर 646 करोड़ रुपये कर दिया गया है। पहले इसके 831 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था।

भाषा अजय अजय पाण्डेय

पाण्डेय


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