माझी ने ओडिशा में नए बंदरगाह, जहाज निर्माण परियोजना के लिए 46,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की

माझी ने ओडिशा में नए बंदरगाह, जहाज निर्माण परियोजना के लिए 46,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की

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  • Publish Date - November 5, 2025 / 06:58 PM IST,
    Updated On - November 5, 2025 / 06:58 PM IST

पारादीप (ओडिशा), पांच नवंबर (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को गंजम जिले के बाहुदा में एक नया बंदरगाह और पारादीप के पास महानदी के मुहाने पर एक जहाज निर्माण और मरम्मत केंद्र स्थापित करने की योजना की घोषणा की, जिसका कुल निवेश 46,000 करोड़ रुपये से अधिक होगा।

माझी ने पारादीप बंदरगाह के स्थापना दिवस और बंदरगाह शहर में ‘बोइता बंदना उत्सव’ के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।

उन्होंने पुरी में एक विश्व स्तरीय क्रूज टर्मिनल स्थापित करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव के बारे में भी बताया।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पारादीप बंदरगाह प्राधिकरण संयुक्त रूप से गंजम जिले के बाहुदा में 21,500 करोड़ रुपये के निवेश से एक बड़े बंदरगाह के निर्माण की योजना बना रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, पारादीप के पास महानदी के मुहाने पर 24,700 करोड़ रुपये के निवेश से एक जहाज निर्माण और मरम्मत केंद्र स्थापित किया जाएगा, जबकि पुरी में एक विश्व स्तरीय क्रूज टर्मिनल बनाया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं राज्य के व्यापार, पर्यटन और उद्योग के प्रमुख क्षेत्रों को एक नई दिशा प्रदान करेंगी।

राज्य के आर्थिक विकास में पारादीप बंदरगाह की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए माझी ने कहा कि इस सुविधा को भारत के सर्वश्रेष्ठ बड़े बंदरगाह के रूप में मान्यता दी गई है। उन्होंने कहा कि बंदरगाह की माल ढुलाई क्षमता, जो वर्ष 2015 में 7.1 करोड़ टन थी, वह 2025 तक बढ़ाकर 15 करोड़ टन कर दी गई है।

पारादीप बंदरगाह को आधुनिक ओडिशा की प्रगति का प्रवेश द्वार बताते हुए, उन्होंने कहा कि इसे ‘मैरीटाइम इंडिया विजन 2030’ के अनुसार, 30 करोड़ टन और ‘विकसित भारत 2047’ योजना के अनुसार 50 करोड़ टन तक की वार्षिक माल ढुलाई क्षमता वाली एक विशाल सुविधा के रूप में विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार की ‘सागरमाला, गति शक्ति और राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति’ योजना के समन्वय से ओडिशा में बंदरगाह-आधारित अर्थव्यवस्था विकसित हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समुद्री क्षेत्रों में तटीय आर्थिक क्षेत्र स्थापित करने के प्रयास कर रही है।

बाद में, मुख्यमंत्री ने पारादीप में मेफेयर होटल्स एंड रिजॉर्ट्स का उद्घाटन किया, जिसमें 140 कमरे, तीन विशिष्ट रेस्तरां और 16,000 वर्ग फुट का आयोजन स्थल है।

मंगलवार को पारादीप में कलिंग बाली यात्रा उत्सव में भाग लेते हुए, माझी ने घोषणा की थी कि बंदरगाह शहर में एक नया हवाई अड्डा होगा और यह हरित हाइड्रोजन का केंद्र भी बनेगा।

पारादीप बंदरगाह प्राधिकरण के चेयरमैन पी एल हरंधा ने कहा, ‘‘पिछले चार वर्षों से, पारादीप बंदरगाह ने लगातार नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं और पिछले 50 वर्षों की सफलताओं को पार किया है। व्यावसायिक प्रथाओं में सुधार, कौशल विकास और कर्मचारियों के समर्पण के कारण, बंदरगाह ने देश का नंबर एक बंदरगाह बनने का गौरव प्राप्त किया है।’’

भाषा राजेश राजेश रमण अजय

अजय