नयी दिल्ली, 27 सितंबर (भाषा) संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया के अनुसार इस साल प्रमुख शहरों में घर खरीदने की क्षमता में सुधार हुआ है। वर्ष 2020 के निम्न आधार के मुकाबले इस साल घरेलू आय में आये सुधार, आवास रिण पर निम्न ब्याज दर और आवास कीमतों में स्थिरता से यह सुधार आता दिखा है।
जेएलएल इंडिया ने सोमवार को अपना वार्षिक गृह खरीद क्षमता सूचकांक (जेएलएल एचपीएटी 2021) पेश किया। सूचकांक से पता चलता है कि 2013 और 2021 के बीच प्रमुख भारतीय शहरों – दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु में घर खरीदने की क्षमता में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
जेएलएल ने कहा कि चालू वर्ष के दौरान घरेलू आय में 7-9 प्रतिशत (2020 के निचले आधार से) की दर से तेज वृद्धि देखी गई।
सलाहकार कंपनी ने कहा कि वहीं इस दौरान हैदराबाद को छोड़कर भारत के सभी प्रमुख आवासीय बाजारों में घर की कीमतें स्थिर रहीं।
जेएलएल ने कहा कि इसके अलावा इस समय ब्याज दरें 15 साल के अपने सबसे निचले स्तर पर है, जिससे घर खरीदारों के लिए ईएमआई कम हो गई है। इसका घर खरीदने योग्य क्षमता पर सकारात्मक असर हुआ है।
जेएलएल के एचपीएआई 2021 के मुताबिक देश की सबसे महंगे आवास बाजार मुंबई में इस दौरान आवास खरीद सूचकांक में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई। मुंबई का सूचकांक इस मामले में 100 के आंकड़े से आगे निकल गया। वहीं आवास खरीद क्षमता के मामले में कोलकाता सबसे बेहतर बाजार रहा है।
इस साल आवास खरीद क्षमता सूचकांक में हैदराबाद के 200 के अंक को पार कर लेने की उम्मीद है जबकि पुणे उसके काफी करीब होगा।
भाषा
पाण्डेय महाबीर
महाबीर
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