उद्योग और शोध संस्थानों के बीच साझेदारी का मंच बनेगा 'मंथन' |

उद्योग और शोध संस्थानों के बीच साझेदारी का मंच बनेगा ‘मंथन’

उद्योग और शोध संस्थानों के बीच साझेदारी का मंच बनेगा 'मंथन'

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:34 PM IST, Published Date : August 16, 2022/4:16 pm IST

नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) सरकार ने प्रौद्योगिकी आधारित सामाजिक प्रभाव वाले नवाचारों और समाधानों को गति देने के लिए उद्योग एवं शोध संस्थानों के बीच भागीदारी के एक मंच की मंगलवार को शुरुआत की।

सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) अजय कुमार सूद ने एक बयान में ‘मंथन’ नाम के इस भागीदारी मंच की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह मंच उद्योग जगत एवं शोध संस्थानों के बीच भागीदारी को बढ़ाने में मददगार साबित होगा।

सूद ने कहा, ‘‘मंथन की शुरुआत से एक ऐसा मंच वजूद में आया है जो शोध एवं विकास में उद्योग जगत की भागीदारी बढ़ाने की कोशिशों को मजबूती देगा। यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।’’

आधिकारिक बयान के मुताबिक, मंथन मंच हितधारकों के बीच संवाद बढ़ाने, शोध एवं नवाचार को गति देने और सामाजिक असर डालने की क्षमता रखने वाले विविध उदीयमान प्रौद्योगिकी एवं वैज्ञानिक हस्तक्षेपों में मौजूद चुनौतियों से निपटने में मदद करेगा।

पीएसए कार्यालय में वैज्ञानिक सचिव परविंदर मैनी ने कहा कि यह मंच नवोन्मेषी विचारों, अन्वेषक मस्तिष्क और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सार्वजनिक, निजी एवं अकादमिक जगत के बीच तालमेल बिठाने का काम करेगा।

इस मंच की शुरुआत देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर की गई है। बयान के मुताबिक, इससे भारत में प्रौद्योगिकी क्रांति लाने की दिशा में जारी प्रयासों को मजबूती मिलने की उम्मीद है।

भाषा प्रेम

प्रेम अजय

अजय

 

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