मोदी ने बिहार के गांवों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नीतीश कुमार की सराहना की

मोदी ने बिहार के गांवों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नीतीश कुमार की सराहना की

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  • Publish Date - September 10, 2020 / 12:25 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:09 PM IST

नयी दिल्ली, 10 सितंबर (भाषा) बिहार विधानसभा चुनावों के लिये प्रचार अभियान शुरू करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गांवों में स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल पहुंचाने के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य के 75 लाख किसानों को पीएम-किसान योजना का लाभ मिला है और अब तक 6,000 करोड़ रुपये उनके बैंक खातों में पहुंचाये गये हैं।

मोदी ने 20,500 करोड़ रुपये की मछली पालन और पशुपालन योजना ‘‘प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई)’’ का शुभारंभ करने के बाद एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में भोजपुरी भाषा में अपना भाषण की शुरुआत करते हुए राज्य की जनता को संबोधित किया।

राज्य में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है।

प्रधानमंत्री ने कोविड -19 संकट के दौरान बिहार के किसानों और प्रवासियों की मदद करने के लिए केंद्र द्वारा की गई कई पहलों के बारे में बताया, जिसमें शहरों से घर लौट रहे प्रवासियों और प्रधानमंत्री ग्रामीण कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) और प्रवासियों को मुफ्त राशन प्रदान करने जैसी पहल शामिल है।

मोदी ने कहा, ‘‘बिहार बाढ़ के साथ-साथ कोरोनोवायरस का भी बहादुरी से सामना कर रहा है। हम बिहार और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति से अवगत हैं। केंद्र और राज्य सरकार दोनों का प्रयास तेजी से राहत कार्य पूरा करना है।’’

कई पहलों के चलते, सरकार यह सुनिश्चित करने में सफल रही है कि गांवों पर कोरोना वायरस का प्रभाव कम से कम हो, उन्होंने कहा कि सभी पहलों के पीछे देश को आत्मनिर्भर बनाना ही एकमात्र मकसद है।

उन्होंने कहा कि पीएम-किसान योजना की शुरुआत होने के बाद से बिहार के 75 लाख किसानों के खातों में अब तक 6,000 करोड़ रुपये की राशि पहुंचाई जा चुकी है।

मोदी ने कहा कि पीएम-किसान योजना के तहत देश भर में 10 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ हुआ है। वर्ष 2019 में शुरू की गई इस योजना के तहत, किसानों को सालभर के दौरान 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में 6,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्ना योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत मुफ्त राशन बिहार के जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि नवंबर में दिवाली और छठ त्योहारों तक पीएमजीकेएवाई को बढ़ा दिया गया है।

पीएमजीकेएवाई के तहत, प्रति व्यक्ति पांच किलोग्राम अनाज और प्रति परिवार एक किलोग्राम दाल हर राशन कार्ड धारकों को मुफ्त प्रदान की जा रही है।

मोदी ने कहा कि कई प्रवासी जो बिहार लौट रहे हैं पशुपालन से संबंधित कार्यों में रुचि दिखा रहे हैं और सरकार उन्हें कई योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित कर रही है।

उन्होंने कहा कि 20,050 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) और बिहार के पटना, पूर्णिया, सीतामढ़ी, मधेपुर, किशनगंज और समस्तीपुर में शुरू की गई कई पहलों से न केवल नया बुनियादी ढांचा तैयार होगा बल्कि किसानों को बाजार भी उपलब्ध कराएंगी।

इन पहलकदमियों को एक आभासी बैठक के माध्यम से शुरू किया गया।

आभासी बैठक के दौरान मौजूद बिहार के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए, मोदी ने कहा, ‘‘नीतीश कुमारजी के नेतृत्व में, राज्य में बहुत अच्छा काम किया जा रहा है ताकि पीने का पानी गांवों तक पहुंच सके।’’

उन्होंने कहा कि पांच साल पहले, सुरक्षित पीने का पानी केवल दो प्रतिशत घरों तक पहुंचा था और अब यह संख्या 70 प्रतिशत को पार कर गई है।

इस अवधि के दौरान, लगभग 1.5 करोड़ घरों को पाइप जलापूर्ति से जोड़ा गया। केंद्र की जल जीवन मिशन के साथ इस पहल को और मजबूत किया गया है।

मोदी ने कहा कि कोविड-19 के दौरान, बिहार में 60 लाख घरों में पाइप से पानी का कनेक्शन दिया गया जो एक बड़ी उपलब्धि है।

प्रधानमंत्री ने बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्थानीय उत्पादों जैसे आम, लीची और मधुबनी कला के लिए अधिक मुखर होने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

आभासी बैठक में, केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह और उनके कनिष्ठ मंत्री संजीव बाल्यान और प्रताप चंद्र सारंगी भी उपस्थित थे। इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे।

भाषा राजेश राजेश महाबीर

महाबीर