नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) सरकार ने नवीनतम बोली दौर में मुंबई के अपतटीय क्षेत्र में खोजे गए दो तेल एवं गैस क्षेत्रों और पश्चिम बंगाल में एक कोल बेड मीथेन (सीबीएम) क्षेत्र की पेशकश की है।
हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) ने सोमवार को कहा कि नवीनतम खोजे गए छोटे क्षेत्र (डीएसएफ) की बोली के दौर में इन क्षेत्रों की पेशकश की जा रही है।
डीजीएच ने अपनी वेबसाइट पर सूचना में कहा कि प्रस्ताव आमंत्रित करने का नोटिस 28 मई को जारी किया जाएगा और 15 जुलाई तक बोलियां लगाई जा सकेंगी।
महानिदेशालय ने अपनी सूचना में कहा, ‘‘पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के उद्देश्य से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने मुंबई अपतटीय क्षेत्र में स्थित दो खोजे गए छोटे क्षेत्रों की पेशकश के लिए विशेष डीएसएफ बोली दौर की घोषणा की है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में खोजे गए एक कोल बेड मीथेन क्षेत्र के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) मंगाई जा रही है।’’
हालांकि, इस सूचना में इन क्षेत्रों में मौजूद भंडार का विवरण नहीं दिया गया है। इसके बारे में जानकारी बोली आमंत्रण नोटिस में दी जा सकती है।
डीएसएफ की शुरुआत 2016 में हुई थी और अबतक इसके तीन दौर आयोजित किए जा चुके हैं। पहले दौर में 67 खोजे गए तेल एवं गैस क्षेत्रों को 46 अनुबंध क्षेत्रों में शामिल किया गया था। इन क्षेत्रों में 4.5 करोड़ टन तेल और तेल समकक्ष गैस की संसाधन क्षमता थी।
अगस्त, 2018 में आयोजित दूसरे दौर में 25 अनुबंध क्षेत्रों की पेशकश की गई जो 59 क्षेत्रों से बने थे। इनमें 19 करोड़ टन तेल और गैस की आंतरिक संसाधन क्षमता थी।
डीएसएफ का तीसरा दौर जून, 2021 में आयोजित हुआ था जिसमें 32 अनुबंध क्षेत्रों की पेशकश की गई। इसमें 23.2 करोड़ टन तेल एवं गैस की संसाधन क्षमता वाले 75 क्षेत्र शामिल थे।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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