नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) नीति आयोग के सदस्य वी के सारस्वत ने शोध एवं विकास (आरएंडडी) गतिविधियों को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल देते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्नत सामग्रियों के नवोन्मेष में निवेश देश के भविष्य में किया जाने वाला निवेश है।
सारस्वत ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की तरफ से आयोजित ‘उन्नत सामग्री सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि यह समय भारत के लिए उन्नत सामग्रियों के स्वदेशी स्तर पर विकास के लिए मुफीद है और इस तरह आयात पर निर्भरता भी कम की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि उन्नत सामग्रियां प्रौद्योगिकी को सक्षम बनाने का काम करती हैं और इस क्षेत्र में क्रांति लाने में गणना संबंधी सामग्रियों, बड़े आंकड़ों, मशीन लर्निंग, बहुस्तरीय मॉडलिंग और दूसरे नए प्रौद्योगिकी आयामों की बड़ी भूमिका होगी।
सीआईआई ने बयान में कहा कि सारस्वत ने टाइटेनियम, ग्रैफीन एवं दुर्लभ धातुओं के इस्तेमाल पर भी जोर दिया। उन्होंने बिजली उत्पादन, बदलाव, वितरण एवं भंडारण में उन्नत सामग्रियों के इस्तेमाल और रक्षा एवं वैमानिकी क्षेत्र में उनके अनुप्रयोग का भी उल्लेख किया।
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