नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) नीति आयोग का अटल नवोन्मेषण मिशन (एआईएम), केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और इंटेल इंडिया कृत्रिम मेधा (एआई) जैसे भविष्य के लिए जरूरी कौशल को औपचारिक पाठ्यक्रम में शामिल करके शिक्षा क्षेत्र में बदलाव लाने को साथ मिलकर काम करेंगे। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
बयान में कहा गया कि इस कदम का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के मार्गदर्शन में इस प्रकार बदलाव करना है जिससे युवाओं के लिए प्रौद्योगिकी एकीकरण की गति को बढ़ाया जा सके, देश में भविष्य के लिए जरूरी कौशल के अंतर को पाटा जा सके और भारत को ‘एआई’ के लिए तैयार करने के उद्देश्य के साथ मौजूदा अवसंरचना को अनुकूल बनाया जा सके।
ये तीनों संस्थान सितंबर, 2022 में स्कूलों के पाठ्यक्रम में एआईओटी (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑफ थिंग्स) लेकर आए थे और इसकी आरंभिक तौर पर शुरुआत भी कर चुके हैं।
भाषा मानसी अजय
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