रामगढ़ (झारखंड), 28 जुलाई (भाषा) केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एनटीपीसी और झारखंड बिजली वितरण निगम लि. की संयुक्त उद्यम पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लि. की 4,000 मेगावाट क्षमता की अत्याधुनिक तापीय बिजली परियोजना के क्रियान्वयन में कोविड-19 महामारी की वजह से देरी हुई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि परियोजना के क्रियान्वयन में एक साल की देरी हुई है और पहले चरण में 800-800 मेगावाट की तीन इकाइयों में से पहली इकाई के अगले साल के बजाए जुलाई 2023 तक चालू होने की संभावना है।
यह परियोजना रामगढ़ के पतरातू में लगायी जा रही है।
पीवीयूएनएल के महाप्रबंधक (एचआर) सबैस्टिन जोसेफ ने कहा, ‘‘पहले चरण के तहत, 3 गुणा 800 मेगावाट क्षमता निर्माणाधीन है। 800 मेगावाट क्षमता की पहली इकाई 2022 में चालू होने वाली थी और समान क्षमता की अन्य दो इकाइयों को छह महीने के अंतराल पर चालू करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन अब महामारी के कारण परियोजना में एक साल की देरी हो गई है।’’
संयुक्त उद्यम कंपनी पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लि. का गठन 15 अक्टूबर, 2015 में हुआ था। इसमें एनटीपीसी की 74 प्रतिशत और झारखंड बिजली वितरण निगम लि. की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
भाषा
रमण मनोहर
मनोहर
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