पीएनबी ने 50 लाख रु से अधिक के आवास ऋण पर ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत कटौती की |

पीएनबी ने 50 लाख रु से अधिक के आवास ऋण पर ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत कटौती की

पीएनबी ने 50 लाख रु से अधिक के आवास ऋण पर ब्याज दर में 0.5 प्रतिशत कटौती की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:12 PM IST, Published Date : September 17, 2021/11:00 pm IST

नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा त्योहारी मौसम के लिये नई पेशकश की घोषणा के एक दिन बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने शुक्रवार को 50 लाख से ज्यादा के गृह ऋण पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कमी करते हुए उसे 6.60 प्रतिशत कर दिया।

बैंक ने एक बयान में कहा, ‘त्योहारों के मौसम के दौरान पंजाब नेशनल बैंक द्वारा शुरू किए गए कई ऑफर के तहत पीएनबी ने 50 लाख रुपये से अधिक के गृह ऋण पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कटौती की है।’

इसमें कहा गया, ‘पीएनबी ने घोषणा की है कि अब कितनी भी राशि का आवास रिण 6.60 प्रतिशत की दर पर उपलब्ध होगा।’

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने कहा कि ब्याज दर आवेदक के क्रेडिट स्कोर से जुड़ी होगी।

बयान के अनुसार, ‘उक्त दर बकाया कर्ज को स्थानांतरित करने वाले मामलों पर भी लागू होती है और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में यह सबसे कम है।’

इससे पहले दिन में बैंक ने रेपो आधारित उधारी दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 6.55 प्रतिशत पर लाने की भी घोषणा की थी।

बैंक ने कहा है कि वह आवास, वाहन, व्यक्तिगत, पेंशन और माईप्रापर्टी कर्ज पर पहले ही सर्विस चार्ज, प्रोसेसिंग फीस से पूरी तरह छूट देने की पेशकश कर चुका है।

पीएनबी ने शेयर बाजार को भेजी जानकारी में कहा, ‘‘रेपो से जुड़ी उधारी दर (आरएलएलआर) को 17 सितंबर, 2021 (शुक्रवार) से 6.80 प्रतिशत से घटाकर 6.55 प्रतिशत कर दिया गया है।’’

आरएलएलआर को अक्टूबर 2019 में पेश किया गया था। यह एक फ्लोटिंग दर पर आधारित व्यक्तिगत या खुदरा ऋण है, जो बाहरी मानक, जैसे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की रेपो दर, से जुड़ा हुआ है।

रेपो वह दर है, जिस पर आरबीआई वाणिज्यिक बैंकों को उनकी अल्पकालिक जरूरतों के लिए उधार देता है।

त्योहारी मौसम के करीब आने के साथ कई बैंक आवास और खुदरा कर्ज पर ब्याज दर में कटौती कर रहे हैं।

भाषा

प्रणव महाबीर

महाबीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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