नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) कालरॉक कैपिटल ने कहा है कि विदेशों में प्रवर्तक फ्लोरियन फ्रिट्ज के खिलाफ जांच से जेट एयरवेज के अधिग्रहण पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
जालान-कालरॉक गठजोड़ दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत कर्ज के बोझ से दबी जेट एयरवेज के लिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरा है।
उल्लेखनीय है कि फ्रिट्ज लिकटेंस्टीन, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया की नियामकीय एजेंसियों के जांच के घेरे में है। इसके बाद कालरॉक कैपिटल पार्टनर्स लि. का यह बयान आया है।
इसके अलावा जेट के दोबारा परिचालन शुरू करने को लेकर भी आशंका बनी हुई है। हालांकि, गठजोड़ की समाधान योजना को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मंजूरी मिले एक साल से अधिक हो गया है। यह मंजूरी जून, 2021 में मिली थी।
जेट एयरवेज अप्रैल, 2019 से ठप खड़ी है। कंपनी को सितंबर में समाप्त तिमाही में 308.24 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।
कालरॉक कैपिटल ने कहा कि उसकी प्रवर्तक फ्रिट्ज इन देशों में विभिन्न जांच और नियामकीय एजेंसियों का सहयोग कर रही है।
भाषा अजय
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